संयुक्त पार्लियामेंट्री कमेटी करें हिंडनबर्ग के सेबी चीफ पर लगे आरोप की जांच
दुमका ब्यूरो
दुमका। सीपीएम पोलिट ब्यूरो सदस्य एवं पूर्व सांसद बृंदा करात ने कहा है कि झारखंड में जिस तरह कोयला और पत्थर खदानों से नियमों को ताक पर रखकर माइनिंग हो रही है। सुरक्षा के मानकों का ध्यान में नहीं रखा जा रहा है। इससे विस्थापितों की समस्या बढ़ती जा रही है।, बढ़ते प्रदूषण को रोकने की दिशा में कोई ठोस काम नहीं हो रहा है। माइनिंग एरिया के लोगों के विकास और सुरक्षा के लिए माइनिंग फंड है उसका सही प्रयोग नहीं हो रहा है। इन सब अनियमितताओं को देखकर ऐसा लगता है कि झारखंड नरक खंड बन गया है। इसके लिए केंद्र सरकार तो जिम्मेदार है ही राज्य सरकार भी अपना काम सही ढंग से नहीं कर रही है।
श्रीमती करात सोमवार को दुमका सर्किट हाउस में पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा गया हिंडनबर्ग के खुलासे से यह स्पष्ट है कि सेबी चीफ की अदानी मामले में संदिग्ध भूमिका है । सेबी के चीफ द्वारा किये गए जांच का कोई मतलब नहीं रह जाता। उन्होंने कहा कि ऐसे में निष्पक्ष जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति इसकी जांच करने की मांग करते हैं।
बांग्लादेश पर हिंदुओं पर हो रहे हमले को लेकर उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में छात्रों द्वारा भ्रष्टाचार और वहां की सरकार के तानाशाही रवैया के खिलाफ संघर्ष किया गया और इसी का परिणाम था कि शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह सच है कि वहां के अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमले हो रहे हैं। मैं इसकी निंदा करती हूं। इतने संवेदनशील मामले में भी भाजपा राजनीति करने से वाज नहीं आ रही है। भाजपा और संघ फेंक वीडियो चलाकर सनसनी फैलाने का काम कर रही है। इससे आम लोगों को सतर्क होने की जरूरत है।
प्रेस वार्ता में सीपीएम की पोलिट ब्यूरो सदस्य एवं पूर्व सांसद बृंदा करात के साथ पार्टी के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव जिला कमिटी सीपीआई (एम) के एहतेशाम अहमद मौजूद रहे।