सभी धर्मों के धर्म गुरूओं ने भी संभाली बाल विवाह रोकथाम की कमान
दुमका। जिला बाल संरक्षण इकाई के सभागार कक्ष में सोमवार को बाल कल्याण समिति के प्रभारी अध्यक्ष डॉ० रंजन कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में अक्षय तृतीया को लेकर बाल विवाह की रोकथाम को लेकर बैठक की गयी। उन्होंने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि अक्षय तृतीया के शुभ अवसर में सामान्यतः पाया जाता है कि जिले में कई बाल विवाह को अंजाम दिया जाता है, विशेष कर अक्षय तृतीया को लेकर हमलोग सभी को सतर्क रहने की आवश्यकता है। बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ० राजकुमार उपाध्याय ने अपने वक्तव्य में कहा कि मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार बाल विवाह की रोकथाम एवं संपूर्ण जिम्मेदारी बाल विवाह निषेध पदाधिकारी की होती है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिले में कहीं भी बाल विवाह घटित होती हो तो अविलंब इसकी सूचना बाल विवाह निषेध पदाधिकारी को दें।
किशोर न्याय बोर्ड की सदस्या किरण तिवारी ने अपने वक्तव्य में कहा कि बाल विवाह के विरुद्ध प्रत्येक प्रखण्ड, पंचायत, विद्यालय एवं ग्राम स्तर पर व्यापक प्रचार प्रसार हो एवं कानून का उल्लंघन करने वाले पर प्राथमिकी दर्ज किया जाए।
जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चन्द्र ने अपने वक्तव्य में कहा कि किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) की अधिनियम 2 (14)(xii) के तहत् बाल विवाह के जोखिम वाले बालक,बालिका सी एन सी पी की श्रेणी में आते है। बाल विवाह जोखिम के अंतर्गत आने वाले बालक,बालिका को बाल कल्याण समिति के समक्ष सर्वोत्तम हित में निर्णय लेने को लेकर उपस्थापित किया जाता है। साथ ही उन्होंने बताया कि बाल विवाह की रोकथाम एवं जागरूकता को लेकर जिले भर में विद्यालयों एवं ग्राम स्तर पर पोस्टर, पम्पलेट एवं हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। बाल संरक्षण के क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्यरत स्वयं सेवी संस्थाएं ग्राम ज्योति, ग्राम साथी, लोक कल्याण सेवा केंद्र एवं प्रवाह बाल विवाह की रोकथाम को लेकर क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं एवं बाल हित में उनके द्वारा आवश्यक सहयोग प्रदान किया जा रहा है। उक्त बैठक में जिला बाल संरक्षण इकाई, चाइल्ड हेल्पलाइन, रेलवे चाइल्ड हेल्प डेस्क, संप्रेक्षण गृह के सभी पदाधिकारी व कर्मीगण, ग्राम ज्योति की आभा, मुकेश कुमार दुबे, ग्राम साथी के देवानंद कुमार, तारा प्रसाद, प्रवाह के प्रेम कुमार, मीडिया बंधु एवं विभिन्न धर्मों के धर्म गुरु,मौलवी ने बाल विवाह की रोकथाम को लेकर अपना सुझाव दिया।