जरमुंडी । मामला बेलगुमा-बासुकीनाथ रोड की है,सोमवार को कुछ कांवरिया बासुकीनाथ मंदिर जल चढ़ाने पैदँ आ रहे थे। बेलगुमा रोड पर तैनात पुलिसकर्मियों ने पैदल कांवरियों को मंदिर की ओर जाने से रोक दिया। कड़कती तेज धूप से हलकान कांवरियों को आगे जाने से रोक दिए जाने पर निराश कांवरियों ने पुलिस बैरिकेडिंग के सामने रोड पर ही भोलेनाथ को जल डालकर अर्पित कर दिया। देवतुल्य कांवरिया! की यह संज्ञा कभी सरकार और प्रशासन की ओर से दी गई थी,किन्तु यह संज्ञा उस समय बासुकीनाथ में धूमिल हो गई। जब कुछ ड्यूटी पर तैनात कर्मी के चलते कांवरिया भोलेबाबा पर जल ना डालकर सड़क पर लगे बेरियर के पास ही गंगाजल डालकर वापस लौट गए। मामला बेलगुम्मा पथ की है। जहां से पैदल आ रहे कांवरिया के एक जत्थे को बासुकीनाथ मंदिर आने नहीं दिया गया। सभी पैदल चलकर आ रहे थे। गाड़ी नहीं आने दिया जा रहा है वो समझ में तो आता है, लेकिन कांवरिया को पैदल मंदिर तक भी नहीं आने दिया जा रहा, यह सोचने के विवश करता है कि कांवरियों के लिए की गई सारी व्यवस्था ऐसी है कि कांवरियों को ही कष्ट दे रही है। मामले पर वरीय पदाधिकारी को संज्ञान लेने की आवश्यकता है।