नई दिल्ली । भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर बुधवार को हुई एनडीए घटक दलों की बैठक में फैसला लिया गया कि कांग्रेस और विपक्षी दलों द्वारा विभिन्न मुद्दों पर फैलाये जा रहे झूठ और भ्रामक प्रचार का पूरी एकजुटता के साथ जवाब दिया जाए। साथ ही इस बात पर भी एकराय प्रकट की गई कि कांग्रेस से बेवजह उलझने की बजाय सकारात्मक कार्यों और विकास योजनाओं पर ध्यान केंद्रित रखा जाए। नड्डा के सरकारी आवास पर हुई यह बैठक करीब घंटेभर चली। इस अवसर पर नड्डा के अलावा केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा टीडीपी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू, जेडीयू के राजीव रंजन उर्फ लल्लन सिंह, जद (एस) के एचडी कुमारस्वामी,शिवसेना से प्रताप राव जाधव,टीडीपी नेता के. राममोहन नायडू, हम के जीतन राम मांझी, अपना दल की अनुप्रिया पटेल भारत धर्म जन सेना के नेता तुषार वेल्लापल्ली और निषाद पार्टी के संजय निषाद के अलावा अन्य नेता मौजूद थे।
सूत्रों के अनुसार बैठक में बाबा साहब अंबेडकर के संदर्भ में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के हालिया बयान पर कांग्रेस और विपक्षी दलों के रूख पर भी चर्चा हुई। तय किया गया कि देश भर में एनडीए के घटक दल लोगों के बीच कांग्रेस द्वारा तोड़ मरोड़ कर पेश किये गये शाह के बयान पर विपक्ष को तथ्यों के साथ जवाब दिया जाए। इसके अलावा जनता के बीच संविधान को लेकर कांग्रेस द्वारा किये जा रहे प्रलाप की भी पोल खोलने पर सहमति जतायी गई। जाति जनगणना पर बहस और सामाजिक न्याय की राजनीति जैसे प्रमुख मुद्दों पर भी बैठक में चर्चा हुई और एकस्वर में कहा गया कि कांग्रेस ने दन दोनों मुद्दों पर अपने शासनकाल में क्या किया इसके बारे में भी लोगों को जागरूक किया जाए।
शाह ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू सहित गठबंधन नेताओं को संबोधित करते हुए कथित तौर पर इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस भाजपा के खिलाफ झूठी कहानियां गढ़ने का प्रयास कर रही है। उन्होंने एनडीए से ऐसे प्रयासों का एकजुट होकर मुकाबला करने का आग्रह किया। उन्होंने कांग्रेस पर ऐतिहासिक रूप से अंबेडकर की विरासत की उपेक्षा करने का आरोप लगाया, जबकि अब इसे राजनीतिक लाभ के लिए हथियाने का प्रयास किया जा रहा है। बैठक में वन नेशन वन इलेक्शन पर एनडीए के सभी दलों के बीच समन्वय पर भी चर्चा की गई।