नई दिल्ली । भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंजूरी दे दी है। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के तहत अपना इस्तीफा सौंपा था, जिसे तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया गया है।
अब उपराष्ट्रपति पद खाली होने के कारण नए चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। चुनाव आयोग द्वारा जल्द ही शेड्यूल जारी किए जाने की संभावना है। संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, अनुच्छेद 68 के तहत रिक्ति होने के छह महीने के भीतर चुनाव कराना जरूरी है। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हुई हैं कि एनडीए और विपक्ष की ओर से नए उपराष्ट्रपति पद के लिए किस नाम पर मुहर लगाई जाती है।
धनखड़ ने क्या कहा इस्तीफे में?
धनखड़ ने लिखा, स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं। इसी के साथ उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्री परिषद और सांसदों का सहयोग के लिए आभार भी प्रकट किया। गौरतलब है, धनखड़ ने अगस्त 2022 में भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी और उनका कार्यकाल 2027 तक था।
राजनीतिक हलचल और सवाल
धनखड़ का यह अचानक फैसला संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन सामने आया, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। विपक्ष ने उनके इस्तीफे के समय पर सवाल उठाए हैं।
कार्यवाहक सभापति की भूमिका
जब तक नया उपराष्ट्रपति नहीं चुना जाता, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह कार्यवाहक सभापति के तौर पर दायित्व संभालेंगे।