संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की इंजीनियरिंग सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2025 अब 8 जून को आयोजित की जाएगी। पहले यह परीक्षा 9 फरवरी, 2025 को निर्धारित थी, लेकिन आयोग ने इसे स्थगित कर दिया जिससे भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (आईआरएमएस) अधिकारियों की भर्ती योजना में बदलाव के बाद उम्मीदवारों को तैयारी के लिए अधिक समय मिल सके। अब रेलवे के अधिकारियों की भर्ती सिविल सेवा और इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा दोनों के माध्यम से की जाएगी। यह बदलाव रेलवे की आठ ग्रुप ए इस नई योजना के तहत आईआरएमएस के विभिन्न उप-कैडरों में अधिकारियों का चयन अब दोनों परीक्षाओं के जरिए किया जाएगा. ट्रैफिक, अकाउंट्स और पर्सनल उप-कैडर के लिए भर्ती सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से होगी, जबकि सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, सिग्नल एवं टेलीकम्युनिकेशन और स्टोर्स उप-कैडर के लिए चयन ईएसई के माध्यम से किया जाएगा.
रेल मंत्रालय ने भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (संशोधन) नियम, 2024 को अधिसूचित किया था, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि भारतीय रेलवे में विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए एकीकृत भर्ती प्रक्रिया ही अब अपनाई जाएगी। गत वर्ष केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रेलवे की आठ ग्रुप ए सेवाओं को मिलाकर एक केंद्रीय सेवा भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (आईआरएमएस) बनाने का निर्णय लिया था। इन आठ सेवाओं में भारतीय रेलवे ट्रैफिक सेवा, भारतीय रेलवे लेखा सेवा, भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा, भारतीय रेलवे इंजीनियरिंग सेवा, भारतीय रेलवे स्टोर सेवा, भारतीय रेलवे यांत्रिक इंजीनियरिंग सेवा, भारतीय रेलवे विद्युत इंजीनियरिंग सेवा और भारतीय रेलवे सिग्नल इंजीनियरिंग सेवा शामिल थीं.
यूपीएससीके अनुसार, आईआरएमएस (सिविल),आईआरएमएस (स्टोर्स),आईआरएमएस (मैकेनिकल), आईआरएमएस (इलेक्ट्रिकल) और आईआरएमएस (सिग्नल और टेलीकम्युनिकेशन) उप-कैडरों के अधिकारियों का चयन ईएसई 2025 के माध्यम से किया जाएगा. इस बदलाव से प्रतियोगी परीक्षाओं के उम्मीदवारों को अपने करियर की दिशा में अधिक विकल्प मिलेंगे