अमड़ापाड़ा में बालू माफिया बेखौफ, एनजीटी के आदेश और प्रशासन की आंखों में झोंक रहे धूल।
रविवार को दिनदहाड़े ट्रैक्टर से बालू लोडिंग, भनक लगते ही भाग निकला चालक।
श्रीराम भगत
अमड़ापाड़ा(पाकुड़) । अमड़ापाड़ा प्रखंड में एक बार फिर बालू माफिया की दबंगई सामने आई है. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के स्पष्ट निर्देशों और जिला प्रशासन की सख्ती के दावों के बावजूद अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र में खुलेआम बालू का अवैध परिवहन जारी है. ताजा मामला छोटा पहाड़पुर गांव के समीप स्थित इकड़ी नदी का है, जहां रविवार को दिनदहाड़े मजदूरों द्वारा नदी किनारे डंप किये गए बालू को ट्रैक्टर में लोड करते देखा गया. इस संबंध में जब मजदूरों से पूछताछ की गई तो वे कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके.
भनक लगते ही माफिया सक्रिय, चालक ट्रैक्टर लेकर भागा :- जब बालू माफिया को इस बात की भनक लगी कि लोडिंग की जानकारी अब उजागर हो सकती है तो आनन-फानन में ट्रैक्टर चालक को आदेश देकर बालू को वहीं डंप कराकर वाहन समेत मौके से फरार करवा दिया गया. यह घटना इस बात का प्रमाण है कि किस तरह यह नेटवर्क न सिर्फ सतर्क है, बल्कि प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने में माहिर भी है.
प्रशासन का आदेश हवा में, माफिया सक्रिय:- भले ही स्थानीय प्रशासन यह दावा कर रहा हो कि एनजीटी के रोक के बाद किसी भी हाल अवैध बालू का परिवहन प्रखंड में संचालित नहीं होगा। बावजूद इसके अमड़ापाड़ा क्षेत्र में कई स्थानों पर बालू का अवैध डंपिंग और ट्रांसपोर्ट धड़ल्ले से हो रहा है. जानकारों की मानें तो यह पूरा खेल स्थानीय प्रभावशाली लोगों, दलालों और ट्रैक्टर मालिकों के गठजोड़ से चल रहा है, जिन्हें कार्रवाई का कोई भय नहीं है. अमड़ापाड़ा में बालू माफिया पूरी तरह बेखौफ होकर एनजीटी और प्रशासन की आंखों में धूल झोंकते हुए अवैध व्यापार कर रहे हैं. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस पर संज्ञान लेकर कोई ठोस कदम उठाता है या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा.