राष्ट्र सेवा को समर्पित होंगे 48 नव चिकित्सक, सार्वजनिक स्वास्थ्य पाठ्यक्रमों की भी होगी घोषणा
देवघर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, देवघर में 31 जुलाई को अपराह्न 3 से 4 बजे तक प्रथम दीक्षांत समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष प्रोफेसर एन के अरोड़ा करेंगे। समारोह में झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार, स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी, संस्थान निकाय के सदस्य पायल बंसल, राजू सिंह, के पी सिन्हा, शिवकांत मिश्रा, स्थानीय विधायक सुरेश पासवान, पूर्व विधायक नारायण दास, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की सचिव निवेदिता शुक्ला वर्मा, एम्स रायपुर के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहेंगे। समारोह की शुरुआत स्वागत भाषण से होगी जिसे प्रोफेसर अरोड़ा संबोधित करेंगे। इसके बाद कार्यकारी निदेशक सह मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ सौरभ वार्ष्णेय संस्थान की उपलब्धियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे। यह दीक्षांत समारोह सिर्फ एक शैक्षणिक औपचारिकता नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की दिशा में आगे बढ़ते युवाओं के समर्पण और परिश्रम का उत्सव होगा। यह क्षण एम्स देवघर के लिए गर्व और गौरव का प्रतीक बनेगा।
संस्थान प्रशासन ने समारोह को भव्य और सुव्यवस्थित रूप देने के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया है। आयोजन की सभी तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई हैं। संकाय, गैर संकाय सदस्य और छात्रगण सामूहिक प्रयास से कार्यक्रम को गरिमा प्रदान करेंगे। समारोह के दौरान एमबीबीएस 2019 बैच के 48 छात्रों को उपाधि प्रदान की जाएगी। तीन उत्कृष्ट छात्रों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक प्रदान किया जाएगा, जबकि एक छात्र को श्रेष्ठ उपस्थिति के लिए सम्मानित किया जाएगा। समारोह के अंतर्गत संकाय सदस्यों एवं उत्तीर्ण छात्रों के साथ राष्ट्रपति का समूह चित्र भी लिया जाएगा। इसके उपरांत झारखंड की पारंपरिक लोकसंस्कृति से सुसज्जित लोकनृत्य के माध्यम से राष्ट्रपति का स्वागत किया जाएगा तथा वह एकेडमिक परेड में भी भाग लेंगी। कार्यकारी निदेशक डॉ सौरभ वार्ष्णेय ने बताया कि वर्तमान में एम्स देवघर में 2020 से 2024 तक के विभिन्न एमबीबीएस बैचों में कुल 536 छात्र अध्ययनरत हैं। साथ ही बीएससी नर्सिंग में कुल 210, एमडी, एमएस, डीएम, एमसीएच में 51, एमएससी नर्सिंग में 11 और पारामेडिकल पाठ्यक्रमों में 6 छात्र अध्ययन कर रहे हैं। एम्स देवघर देश का पहला ऐसा संस्थान बनने जा रहा है जहाँ अगस्त 2025 से सार्वजनिक स्वास्थ्य में स्नातक और परास्नातक स्तर के दो नवीन पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जाएगी, जिनमें कुल 10 सीटें होंगी। इस ऐतिहासिक दीक्षांत समारोह के साक्षी बनने वालों में रिखिया आश्रम से स्वामी सत्यसंगानंद, स्वामी सूर्यप्रकाश, स्वामी शंकरानंद, सत्संग देवघर के स्वामी आचार्यदेव, आरके मिशन के स्वामी दिव्यांशुधानंद, डॉ एम के सिंह (एम्स दिल्ली), डॉ सुचित्रा संसमाल (भुवनेश्वर), अंजु बाला पुरुषोत्तम (एलआईसी पेंशन फंड) तथा अन्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहेंगे।