साहिबगंज | देशभर में अब बेटी और बेटा में कोई फर्क नहीं होता है| बिटियां अब हर क्षेत्र में बेटों की बराबरी कर रही है जो सदियों से केवल बेटों द्वारा निभाने की परंपरा चली आ रही है| उसमें भी अब बिटियां अपना फर्ज निभा रही है.ऐसा ही उदाहरण पेश किया है.एक बिटियां जो मां को साहिबगंज सदर अस्पताल के परिसर में स्ट्रक्चर पर रखी 41 वर्षीया महिला कुसमी देवी को सूर्य की कड़ी धूप लगने से बच्ची अपनी मां को धूप से बचकर छांव दे रही है.जो कि यह तस्वीर बया कर रही है. कि मां से बढ़कर दुनिया में कुछ भी नहीं.मामला साहिबगंज जिले के करमपुरातो निवासी योगल शाह के 41 वर्षीयां पत्नी कुसमी देवी को सोमवार की शाम गर्भवती महिला को जिले के बड़े सदर अस्पताल में भर्ती कराया मंगलवार को मृत शिशु को जन्म दि बताया जा रहा है कि गर्भवती महिला कुसमी देवी की (यूरिनरी ब्लैडर ) फट जाने से गर्भवती महिला के साथ प्रॉब्लम हो गई. जहाँ सदर अस्पताल में उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए गर्भवती महिला को हायर सेंटर रेफर कर दिया.परिजनों ने महिला को डिलीवरी वार्ड ऊपरी तल्ला से हायर सेंटर के लिए नीचे लाया गया और अस्पताल परिसर में एंबुलेंस के इंतजार में आधे घंटे तक सूर्य की धूप से बेचैन होती रही बच्ची ने मां को बेचैनी देख कर अपनी सौल से घेर कर धूप से बचती रही | बच्ची ने बताई की हमारा एक भी भाई नहीं है. हम लोग तीन बहन है. बड़ी बहन लक्ष्मी कुमारी,यशोमती कुमारी, व पार्वती कुमारी है.यशोमती कुमारी कक्षा 5 में पढ़ाई भी करती है. मां के इलाज के लिए सदर अस्पताल आई थी.और बच्ची मां की बेचैनी देखकर ईश्वर से प्रार्थना कर रही है मां के स्वास्थ्य में जल्दी सुधार हो जाए |