लखनऊ । यूपी में अवैध धर्मांतरण से जुड़ा मामला गहराता जा रहा है। अब यूपी एटीएस ने बलरामपुर के रहने वाले रशीद शाह को गिरफ्तार किया है, जो इस रैकेट में बिचौलिए की भूमिका निभाता था। रशीद शाह, बलरामपुर जिले के उतरौला के मधपुर गांव का रहने वाला है। वह समाज के गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को तलाश कर उन्हें धर्म बदलने के लिए तैयार करता था। धर्मांतरण के लिए लाने पर उसे 10,000 का कमीशन मिलता था।
मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया कि बलरामपुर और आस-पास के जिलों में रशीद ने सिंडिकेट को फैलाने में अहम रोल निभाया। उससे पूछताछ जारी है ताकि यह पता चल सके कि इस पूरे नेटवर्क में किसका राजनीतिक संरक्षण, कैसे पैसे का लेन-देन हैं। इस मामले से जुड़ी जांच करते हुए ईडी ने भी गुरुवार सुबह बड़ा एक्शन लिया। ईडी की 15 टीमों ने एक साथ बलरामपुर, उतरौला, मधपुर और अन्य गांवों के 12 ठिकानों को घेरा। छांगुर बाबा, उसके सहयोगी नीतू और उनके घरों व दुकानों की तलाशी ली। रेहरामाफी गांव में छांगुर के पैतृक घर की भी जांच की गई। मधपुर गांव में एक बंद कमरे का ताला तुड़वाकर उसकी भी तलाशी ली गई।
ईडी की जांच में पता चला है कि छांगुर बाबा के पास करीब 40 बैंक अकाउंट हैं, जिनमें से 100 करोड़ से ज्यादा के संदिग्ध ट्रांजैक्शन हुए। जांच में शक है कि यह पैसा विदेशों से हवाला के जरिए भारत लाया गया। यह नेटवर्क विदेश में फैला हो सकता है। अब पता लगाया जा रहा है कि विदेश से कब, कितना पैसा और कहां भेजा गया। एटीएस जल्द ही रशीद को कस्टडी रिमांड में लेकर और पूछताछ करेगी। इसके जरिए फंडिंग, संपत्ति सौदे और धर्मांतरण कराने वाले दूसरे एजेंटों की जानकारी मिल सकती है। ईडी की कार्रवाई से पूरे सिंडिकेट का नेटवर्क उजागर होता जा रहा है।