नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के सीवान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की प्रगति और केंद्र सरकार की योजनाओं का लेखा-जोखा पेश करने के साथ ही विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार अब विकास की रफ्तार पकड़ चुका है और इसे बनाए रखने के लिए जनता को सतर्क रहना होगा।
प्रधानमंत्री ने पुराने दौर के “जंगलराज” की याद दिलाते हुए कहा, “जो लोग कभी जंगलराज लाए थे, वे फिर से अपने पुराने कारनामों को दोहराने के लिए मौके की तलाश में हैं। वे बिहार के आर्थिक संसाधनों पर कब्जा जमाना चाहते हैं। इसके लिए हर संभव हथकंडे अपना रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने राजद और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जनता से अपील की कि वे ऐसे तत्वों को पहचानें और उन्हें बिहार की समृद्धि की यात्रा में ब्रेक लगाने से रोकें। उन्होंने कहा, “पंजा और लालटेन वालों ने मिलकर बिहार के गौरव को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने इतनी लूट-खसोट मचाई कि गरीबी बिहार की पहचान बन गई थी, लेकिन अब बिहार बदल रहा है और इसकी तस्वीर बदलने में एनडीए सरकार की बड़ी भूमिका है।”
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि वह हाल ही में विदेश यात्रा से लौटे हैं, जहां भारत की तेज़ प्रगति की वैश्विक स्तर पर सराहना की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर बढ़ रहा है और इसमें बिहार की बड़ी भूमिका होगी।
इस दौरान उन्होंने सीवान से बिहार के लिए कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने बताया कि बीते दस वर्षों में राज्य में 55 हजार किमी ग्रामीण सड़कों का निर्माण हुआ है, 1.5 करोड़ घरों को बिजली और पानी से जोड़ा गया है और 45 हजार से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर बनाए गए हैं।
मोदी ने कहा कि बीते एक दशक में देशभर में 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को मात दी है, जिसमें बिहार की भूमिका अहम रही है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य में जो विकास हुआ है, उसकी मिसाल आज देश ही नहीं, विश्व भी दे रहा है। प्रधानमंत्री ने बिहारवासियों को यह भरोसा दिलाया कि उनका प्रयास अभी थमा नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं चुप बैठने वालों में से नहीं हूं। बिहार के लिए और भी बहुत कुछ करना है।”