संताल एक्सप्रेस टीम
दुमका/पाकु़ड़। 26 जुलाई की रात केकेएम कॉलेज पाकुड़ के हॉस्टल में पुलिस की पिटाई से 11 आदिवासी छात्रों के जख्मी होने के मामले की जांच करने पाकुड़ पहुंचे संताल परगना के डीआईजी संजीव कुमार ने पाकुड़ टाउन थाना के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अनूप रौशन भेंगड़ा और एक एसआई नागेन्द्र कुमार को सस्पेंड कर दिया है और थाना के सभी पुलिसकर्मियों को हटा दिया है। पाकुड़ में पत्रकारों को यह जानकारी देते हुए डीआईजी ने बताया कि आरंभिक जांच में पाया गया कि पुलिस पर लगे आरोप सही पाए गए हैं।उन्होंने बताया कि पुलिस ने उस रात हॉस्टल के छात्रों के साथ मारपीट की थी। पुलिस ने ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए निर्धारित एसओपी का पालन नहीं किया। इसलिए आरंभिक जांच के आधार पर थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।
डीआईजी ने बताया कि अभी मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।किसी के विरुद्ध कानून हाथ में लेने का प्रयास करने या कानून तोड़ने का साक्ष्य मिलेगा तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
डीआईजी संजीव कुमार ने बताया कि हॉस्टल में पुलिस द्वारा छात्रों के साथ की गई मारपीट मामले में पाकुड़ थाना में दर्ज कराए गए एफआईआर के अनुसंधान के लिए विशेष अनुसंधान दल(एसआईटी) का गठन किया गया है। एसआईटी को निर्देश दिया गया है कि वह इस मामले में दर्ज प्राथमिकी का गहन अनुसंधान करे।
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राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने संज्ञान लेने के बाद मची खलबली
बता दें कि केकेएम कॉलेज के हॉस्टल में आदिवासी छात्रों के साथ पुलिस द्वारा की गई मारपीट में 11 छात्रों के घायल होने की घटना का राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग द्वारा संज्ञान लेने के बाद पाकुड़ से रांची तक खलबली है।आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ ही पाकुड़ के डीसी और एसपी को नोटिस भेज कर तीन दिनों के अंदर जवाब मांगा है। 28 जुलाई को आायोग ने नोटिस भेजा है। इसके दूसरे ही दिन 29 जुलाई को संताल परगना के डीआईजी संजीव कुमार मामले की विस्तृत जांच करने पाकुड़ पहुंचे और आरंभिक जांच के बाद ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी सहित दो पुलिस अफसर को सस्पेंड कर दिया और थाना के सभी अन्य पुलिसकर्मियों को हटा दिया।साथ ही एसआईटी का भी गठन किया।
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हॉस्टल पहुंच कर छात्रों से मिले डीआईजी संजीव कुमार
केकेएम कॉलेज पाकुड़ के हॉस्टल में आदिवासी छात्रों और पुलिस के बीच झड़प की घटना 26 जुलाई की रात हुई थी। इस घटना में 11 आदिवासी छात्र और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। मामले की जांच करने पाकुड़ पहुंचे संताल परगना के डीआईजी संजीव कुमार सोमवार को हॉस्टल पहुंच कर छात्रों से भी बातचीत की।छात्रों ने 26 जुलाई की रात पुलिस द्वारा की गई पिटाई की घटना की पूरी जानकारी डीआईजी को दी। जिस रात घटना हुई उसके दूसरे दिन 27 जुलाई को पाकुड़ में छात्रों द्वारा गायबथान कांड के विरोध में एक प्रदर्शन प्रस्तावित था जिसे रोकने के लिए पुलिस हॉस्टल में छात्रों पर दबाव बनाने आई थी।
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