रांची । झारखंड में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले खूंटी पुलिस ने अफीम माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए अठहत्तर लाख का अफीम और 14 लाख 58 हजार नगद के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार सभी तस्कर अड़की थाना क्षेत्र के निवासी है। हेंदेहस्सा गांव निवासी जोहन नाग और कुडुम्बदा गांव निवासी अल्बर्ट कंडिर शामिल है।डीएसपी वरुण रजक ने प्रेस कांफ्रेंस कर गिरफ्तारी का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि तोरपा कि अड़की क्षेत्र के कुछ संदिग्ध युवकों का तोरपा क्षेत्र में लगातार आवागमन की सूचना थी। सूचना पर तोरपा पुलिस ने संदिग्धों पर नजर रखना शुरू कर दिया। कई दिनों तक पुलिस के रडार में रहे युवकों का ठिकाना मिला। तोरपा निवासी शशिभूषण साहू के मकान को किराया में ले रखा था और उसी घर मे लगातार अफीम डंप किया करता था और तोरपा से ही अवैध अफीम का धंधा करता था ताकि किसी को भनक नही लग सके, क्योंकि तोरपा इलाके में अफीम के धंधेबाज नही आते और न ही क्षेत्र में अफीम की खेती होती है जिसके कारण पुलिस भी मामले पर फोकस नही रहता था। लेकिन अचानक कुछ संदिग्धों की पड़ताल के बाद घर से पुलिस ने अफीम का खेप बरामद किया है और घर से ही लाखो रुपए भी मिले। डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर अड़की, मारंगहादा, सायको तथा आसपास के इलाकों सहित रांची के बुंडू,दशम फॉल सहित अन्य इलाकों से अफीम खरीद बिक्री का काम किया करता रहा है। विगत कई वर्षों ने यह लोग विभिन्न जगहों से अफीम खरीद कर अफीम के बडे तस्करों को बेचा करता था। बरामद रुपये भी तस्करों से अफीम बेचकर जुटाया गया रुपया था। डीएसपी ने बताया कि पूछताछ में तस्करों ने कई बड़े रैकेट और अफीम बेचने वालों का खुलासा किया है। पुलिस को दिए स्वीकरोक्ति बयान पर पुलिस जांच कर रही है और इस रैकेट में शामिल अन्य तस्करों को गिरफ्तार करने का दावा भी है। गौरतलब है कि शुक्रवार को हजारीबाग पुलिस ने जिस अफीम तस्कर विजय कुमार को दो करोड़ 41 लाख रुपये के अफीम और 29 लाख नकद के साथ गिरफ्तार किया था उस तस्कर से गिरफ्तार निवासी जोहन नाग और अल्बर्ट कंडिर का संपर्क रहा है। हजारीबाग से गिरफ्तार विजय कुमार और खूंटी से गिरफ्तार दोनो तस्कर वर्षो से अफीम का सिंडिकेट चलाता रहा है।छापेमारी अभियान में डीएसपी वरुण रजक, तोरपा इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह, थाना प्रभारी प्रभात रंजन पांडेय सहित तोरपा थाना के जवान शामिल थे।