नई दिल्ली । ओला इलेक्ट्रिक ने एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि कंपनी की 500 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की संभावना है। इसका मुख्य कारण मार्जिन को बेहतर बनाने के लिए किया जा रहा है। ओला इलेक्ट्रिक ने अपने आईपीओ के लिए दस्तावेज दायर किए थे, जिसमें यह बताया गया था कि कंपनी मार्च 2024 तक 4,011 कर्मचारियों के साथ काम कर रही है। इसके बावजूद ओला इलेक्ट्रिक अभी तक कोई लाभ नहीं कमा पाई है। विशेषज्ञों का मानना है कि उच्च लागत और ईवी सब्सिडी में कटौती के कारण कंपनी लाभ नहीं कमा पा रही है। हालांकि, ओला ने भविष्य की योजनाओं को लेकर विश्वास जताया है कि वह इन-हाउस बैटरी प्रौद्योगिकी का उपयोग करके लागत कम करेगी और मुनाफा बढ़ाएगी। पिछले कुछ महीनों में शेयर बाजार में मजबूत शुरुआत के बाद ओला इलेक्ट्रिक में कुछ सुधार नहीं हो रहा है। इलेक्ट्रिक दोपहिया बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते कंपनी की धाक कम हो रही है। राज्यों ओला इलेक्ट्रिक की सर्विसेज और प्रोडक्ट क्वालिटी की जांच भी की गई है। कंपनी के प्रतिद्वंदी भी इसके चारों ओर घूमकर कंपनियों से किनारा कर रहे हैं। गुरुवार को ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 3 फीसदी गिरकर 67.23 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गए। यह कंपनी के सबसे कम बंद भाव को दर्शाता है, जिसके कारण वित्तीय विश्लेषकों ने उम्मीद जताई है कि और जोरदार गिरावट हो सकती है। ओला इलेक्ट्रिक की आने वाली कार्रवाई और मुद्रा बाजार में उसका प्रभाव देखने योग्य होगा। वहीं, कंपनी ने अपने आगामी योजनाओं के संदर्भ में अनुमान लगाने के लिए स्थिर धारणा दिखाई है कि वह अपनी स्थिति सुधारने की कड़ी चाह में है।