-25,000 हेक्टेयर में होगी चाय की खेती, सरकार दे रही सब्सिडी
नई दिल्ली । अब बिहार में अन्य खेती की तरह ही चाय की खेती होगी। बिहार सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए उद्यानिकी और व्यापारिक फसलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए ढाई लाख तक की सब्सिडी भी दे रही है। यहां करीब 25,000 हेक्टेयर में चाय की खेती की जा रही है।
भारत के अलग-अलग राज्यों में उगाई जाने वाली चाय दुनिया में मशहूर है। खासकर असम, गुवाहाटी, दार्जिलिंग और जम्मू-कश्मीर में सबसे ज्यादा चाय की खेती की जाती है। अब चाय की खेती करने वाले राज्यों में बिहार का नाम भी जुड़ गया है। उद्यानिकी विभाग द्वारा चाय का खेती करने के लिए प्रति हेक्टेयर लागत चार लाख 94 हजार रुपए इनपुट तय किया गया है। इस पर किसान को लागत की 50 प्रतिशत सब्सिडी यानी 2 लाख 47 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर दिया जाएगा। यह राशि किसानों को दो किस्तों में दी जाएगी।
वहीं, इस योजना के तहत 150 हेक्टेयर में चाय की खेती करने का लक्ष्य तय किया है। एक हेक्टेयर में चाय की खेती के लिए 15526 पौधों की जरूरत होगी। सरकार की ओर से इस योजना पर 9 करोड़ 49 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इस योजना का लाभ बिहार के अररिया, सुपौल, पूर्णिया और कटिहार जिले के किसानों को मिलेगा। वहीं, कृषि विभाग ने इन चार जिलों में चाय की खेती का विस्तार करने की योजना तैयार की है। इसके साथ ही चाय की खेती करने वाले किसानों को न्यूनतम 0.1 हेक्टेयर और अधिकतम चार हेक्टेयर के लिए सब्सिडी मिलेगी।