साहिबगंज। जिले के बड़े सदर अस्पताल में डॉक्टर साहब की मनमानी से दूर दराज से आए परिजनों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.जिला प्रशासन व स्वास्थ विभाग की लाख प्रयास के बाद भी डॉक्टरों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसका खमियाजा भोले-भाले परिजन व मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। सोमवार को एसएनसीयू वार्ड के ओपीडी में सुबह नौ बजे से इलाज के लिए नवजात को लेकर पहुंचे दर्जनों परिजनों ने नवजात शिशू रोग विशेषज्ञ नहीं रहने पर जमकर हंगामा किया है। किसी का बच्चा बुखार से तप रहा था। तो कोई पेट दर्द से कहरा रहा है। अस्पताल प्रशासन द्वारा डॉक्टर को खबर भी दी गई। इसके बाद भी डॉक्टर साहब नहीं पहुंचे। डॉक्टर के इंतजार करते-करते जब बच्चे की हालत बिगड़ने लगी तो परिजनों ने जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया। दरअसल एसएनसीयू में सुबह नौ बजे से तीन बजे तक शिशू रोग विशेषज्ञ डॉ. तरूण की ड्यूटी थी। लेकिन 11ः40 तक डॉ. तरूण कुमार नहीं पहुंचे थे। और हाजिरी बनाकर अस्पताल से नदारत हो गए थे.इधर बरहेट के रघुनाथपूर के रहने वाले दीनबंधु पंडित ने बताया कि उसकी पत्नी का रविवार को प्रसव हुआ है। इसके बाद उसे एसएनसीयू में रखा गया। सुबह डॉक्टर साहब से दिखाना है लेकिन दो घंटा से अधिक समय बीत गया है। अबतक डॉक्टर साहब नहीं पहुंचे है। इसके अलावे अन्य परिजनों का भी आरोप है कि प्रतिदिन एसएनसीयू वार्ड के ओपीडी में डॉक्टर समय पर नहीं पहुंचते है। परिजनों का कहना है डॉक्टर साहब के पहुंचने के चलते गंभीर बच्चे को कभी भी कूछ भी हो सकता है। इसे लेकर परिजनों ने कार्रवाई की मांग की है। वहीं 11ः43 बजे शिशू रोग विशेषज्ञ पहुंचने पर बच्चों को देखना शुरू किया। वहीं पूर्व अस्पताल प्रबंधक जयराम यादव ने परिजनों को समझा-बुझाकर मामला को शांत कराने में जुटे थे। इधर प्रशासनिक डीएस डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि इस मामले में शिकायत मिली है। जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।