विश्व पर्यावरण दिवस पर तालझारी प्रक्षेत्र में भव्य कार्यक्रम का आयोजन
साहिबगंज – 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर साहिबगंज वन प्रमंडल के तत्वाधान में एक भव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डीएफओ श्री प्रबल गर्ग ने की. जबकि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजमहल के सांसद विजय हांसदा और राजमहल विधायक मो. ताजुद्दीन ने शिकरत की. इस अवसर पर वन संरक्षक सौरभ चंद्रा भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे.कार्यक्रम की शुरुआत संथाली पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ अतिथियों के स्वागत से हुई.
नन्हें पौधों को सिंच कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.अपने संबोधन में डीएफओ प्रबल गर्ग ने सभी जनप्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि झारखंड राज्य का गठन जल, जंगल और जमीन की रक्षा के उद्देश्य से हुआ था. उन्होंने कहा कि हर ग्रामीण को पर्यावरण की रक्षा में योगदान देना चाहिए. ताकि आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिल सके.
वन संरक्षक सौरभ चंद्र ने कहा कि पौधा लगाना केवल एक प्रतीकात्मक कार्य नहीं बल्कि यह जीवनशैली बननी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस वर्ष पर्यावरण दिवस का मुख्य उद्देश्य प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण बनाना है.उन्होंने लोगों से अपील की कि वे प्लास्टिक के उपयोग से बचें और पर्यावरण को प्रदूषित होने से रोकें.
राजमहल विधायक मो. ताजुद्दीन ने कहा कि हमें इस अवसर पर यह संकल्प लेना चाहिए कि साहिबगंज को प्रदूषण मुक्त जिला बनाएंगे. उन्होंने नमामि गंगे योजना के तहत गंगा किनारे बने घाटों के आसपास वृक्षारोपण करने और हरियाली बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया.सांसद विजय हांसदा ने कहा कि साहिबगंज की उधवा झील बर्ड सेंचुरी अब रामसर साइट के रूप में घोषित हो चुकी है. जो पूरे झारखंड के लिए गर्व की बात है. उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक प्रखंड और गांव में वृक्षारोपण की योजना बनाई जाए. जिससे पर्यावरण संरक्षण को मजबूती मिले. उन्होंने उपस्थित जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई.कार्यक्रम के अंत में सभी जनप्रतिनिधि ने अपने नाम से एक-एक पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया.कार्यक्रम में वनपाल राणा रंजीत चौधरी, वनरक्षी पप्पू कुमार यादव, प्रेम कुमार, अमित कुमार, सुनील कुमार, राजेश टुडू, सन्नी रजक, इंद्रजीत कुमार , अखलेश मरांडी स्नेक रेस्क्यूअर व समाजसेवी ओमप्रकाश प्रजापति ग्राम प्रधान व अन्य ग्रामीण मौजूद थें.