पलामू । नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पलामू पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के झरगड़ा गांव से सटे झपिया पहाड़ से प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर सीताराम रजवार उर्फ रमन रजवार (65 ) को गिरफ्तार किया है। सीताराम रजवार माओवादी संगठन के 15 लाख के इनामी नितेश यादव के दस्त के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए वहां रुका हुआ था। गुप्त सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की। पुलिस टीम को देखकर मौके से अंधेरे का फायदा उठाकर नितेश का दस्ता भाग निकला, लेकिन सीताराम रजवार पकड़ में आ गया।
एसपी रीष्मा रमेशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में शुक्रवार को बताया कि सीताराम रजवार के खिलाफ झारखंड और बिहार मिलाकर कुल 51 मामले दर्ज हैं। झारखंड में 10 लाख, जबकि बिहार में तीप लाख का इनाम घोषित था। पलामू जिले में 28 कांडों में वांछित था, जबकि औरंगाबाद और गया जिला के विभिन्न स्थानों में 23 मामले दर्ज हैं। बिहार -झारखंड के 10 महत्वपूर्ण मामलों में सीताराम रजवार की संलिप्तता रही है। उसकी उम्र 65 वर्ष है। करीब 35 से 40 वर्ष से वह माओवादी दस्ते में शामिल था। उसके खिलाफ वर्ष 1995 में पहला मुकदमा दर्ज किया गया था। उसके पास से उसके सहयोगी माओवादी नक्सली राजेंद्र सिंह के द्वारा भेजी गई एक चिट्ठी मिली है। अपने रास्ते में वह एके-56 लेकर चला करता था। पुलिस को लंबे समय से सीताराम रजवार की तलाश थी। पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है।
उल्लेखनीय है कि हार्डकोर नक्सली सीताराम रजवार उर्फ रमन रजवार सलैया, थाना एनटीपीसी खैरा, जिला औरंगाबाद बिहार का रहने वाला है। वर्तमान में प्रतिबंधित माओवादी संगठन में जोनल कमाण्डर के पद पर था। उसे जोन नंबर-2 का कमान सौंपा गया था, जिसके अंतर्गत छत्तरपुर- हुसैनाबाद मुख्य सड़क के उत्तर दिशा छत्तरपुर से देवरी की सिमेंट फैक्ट्री तक का उत्तरी क्षेत्र, जिसमें छत्तरपुर से हरिहरगंज होते हुए अंबा से कुटुम्बा, नबीनगर होते हुये तेतरिया मोड़ से पतरघाटा होते हुये सोन नदी के बीच का क्षेत्र का जिम्मा मिला था।
इन बड़े कांडों में रही है संलिप्तता
वर्ष 2001 में बिहार के माली थाना में लूटकांड को अंजाम दिया गया था, जिसमें इनके संगठन के द्वारा छः पुलिसकर्मियों की नृसंश हत्या कर पूरा हथियार लूट लिया गया था। देव, औरंगाबाद थाना अंतर्गत एक राजपूत जमींदार को मारने में शामिल था। मोनबार में चार व्यक्ति दो महिला एवं दो पुरूष को फांसी देने में शामिल था। वर्ष 2009 में विधानसभा चुनाव के समय माहुर मोहम्मदगंज थाना अंतर्गत पोलिंग पार्टी को आईडी ब्लास्ट कर उड़ाने में शामिल था। वर्ष 2016 में कालापहाड़ में पुलिस पार्टी वाहन को उड़ाने में शामिल था जिसमें आइइडी नागेन्द्र यादव के द्वारा लगाया गया था। वर्ष 2017 में कौड़िया विश्रामपुर में टीपीसी से मुठभेड़ ने शामिल थे जिसमें टीपीसी के 16 सोलह सदस्य मारे गए थे। वर्ष 2023 अगस्त-सितम्बर माह में मेन रोड छतरपुर से महुदंड मोड़ से कालापहाड होते हुए महुदंड तक रोड़ निर्माण किया जा रहा, जिसके ठिकेदार से लेवी मांगा गया, नहीं देने कारण हाईवा, टैक्टर गाड़ी को जलाने में शामिल था। वर्ष 2023 में ही लोहबंधा में सत्येन्द्र यादव के खेत में एयरटेल का टावर लग रहा था, जिसमें पूरे संगठन के साथ जाकर लेवी मांगने और लेवी नही देने पर जान से मारने की धमकी देकर काम रोकने की घटना में शामिल था। वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव में हुसैनाबाद, हैदरनगर एवं पाण्डू थाना क्षेत्र में चुनाव बहिष्कार से संबंधित पोस्टर चिपकवाने में शामिल था। वर्ष 2024 में बिनु सिंह का हैदरनगर थाना अंतर्गत सड़ेया से डंडीला तक रोड निर्माण कार्य में लेवी नहीं देने के कारण हाईवा, टैक्टर गाड़ी को जलाने में शामिल था।
एसडीपीओ मुकेश महतो ने बताया कि गिरफ्तार प्रतिबंधित माओवादी संगठन पर सरकार द्वारा 10 लाख का इनाम घोषित था। गिरफ्तार माओवादी के पास से नक्सली के सहयोगी राजेन्द्र सिंह के द्वारा भेजी गयी एक लिखित चिटठी बरामद की गयी है।