आतंकवाद, नक्सलवाद और साइबर क्राइम पर कसा शिकंजा, मुठभेड़ में 17 नक्सली और उग्रवादी ढेर
रांची । झारखंड पुलिस लगातार कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अपराध पर लगाम लगाने का प्रयास कर रही है। आतंकवाद, नक्सलवाद और साइबर क्राइम पर शिकंजा कस रही है। इसमें झारखंड पुलिस को महत्वपूर्ण सफलताएं भी मिली हैं।
आईजी अभियान/पुलिस प्रवक्ता माइकल राज एस ने वर्ष 2025 जनवरी से जून (छह माह) की उपलब्धि की जानकारी देते हुए शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि अपराध के खिलाफ चलाए गए अभियान में राज्य के विभिन्न जिलों से पांच आतंकी, 197 नक्सली, 767 साइबर अपराधी और संगठित गिरोह के 12 अपराधी गिरफ्तार किए गए। इसके अलावा पुलिस के साथ मुठभेड़ में 17 नक्सली और उग्रवादी मारे गए। वहीं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर 10 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण भी किया।
उन्होंने बताया कि इस अवधि में कुल 113 हथियार बरामद किए गए, जिनमें 31 लूटे गए पुलिस हथियार, 20 रेगुलर हथियार और 62 देसी हथियार शामिल हैं। पुलिस ने 8591 गोलियां, 176.5 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ, 3811 जिलेटिन और 4.51 लाख रुपये की लेवी राशि भी जब्त की। उन्होंने बताया कि पुलिस ने नक्सलियों द्वारा बिछाए गए 179 आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) को भी नष्ट किया है। वहीं झारखंड और ओडिशा पुलिस के संयुक्त अभियान में ओडिशा के के. ब्लांग थाना क्षेत्र से 3811 किलोग्राम जिलेटिन बरामद किये गये।
———————————————-
पुलिस-नक्सली मुठभेड़ों में मारे गए 17 नक्सली
पुलिस ने झारखंड के अलग-अलग जिलों में हुई मुठभेड़ों में 17 नक्सलियों को मार गिराया है। मारे गये प्रमुख नक्सलियों में
– एक करोड़ का इनामी विवेक उर्फ प्रयाग मांझी, अरविंद यादव उर्फ अशोक
– 10 लाख का इनामी साहेब राम मांझी और पप्पू लोहरा
– पांच लाख का इनामी मनीष यादव, सुदेश गंझू, हेमंती मझियान, शांति देवी, राहुल तुरी उर्फ आलोक जी के अलावा सात अन्य नक्सली शामिल हैं।
———————————————-
साइबर अपराध पर कसी नकेल
आईजी अभियान ने बताया कि जनवरी से जून 2025 तक साइबर अपराध के कुल 620 मामले दर्ज किए गए और 767 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान 5.43 लाख रुपये नकद, 1664 सिम कार्ड, 1283 मोबाइल फोन, 135 एटीएम कार्ड, 20 दोपहिया वाहन, आठ चारपहिया वाहन, 19 लैपटॉप, 37 बैंक पासबुक, 24 बैंक चेकबुक, 3 स्वाइप मशीन और 01 राउटर बरामद किए गए। वहीं उन्होंने डायल-1930 साइबर हेल्पलाइन नंबर पर 11,910 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 15.90 करोड़ रुपये फ्रीज किए गए और न्यायालय के माध्यम से 83.84 लाख रुपये शिकायतकर्ताओं के खातों में वापस कराए गए। उन्होंने बताया कि प्रतिबिंब ऐप पर भी 83 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 474 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही 769 सिम कार्ड और 634 मोबाइल फोन जब्त किए गए।
———————————————-
नशा कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई
आईजी अभियान ने बताया कि जनवरी से मई 2025 तक नशा कारोबार के खिलाफ 389 मामले दर्ज किए गए और 393 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान 553.856 किलोग्राम गांजा (अनुमानित कीमत 2.76 करोड़ रुपये), 66.566 कि.ग्रा. अफीम (अनुमानित कीमत 3.32 करोड़ रुपये), 2.49 कि.ग्रा. ब्राउन शुगर (अनुमानित कीमत 24.90 लाख रुपये), 9950.94 कि.ग्रा. डोडा (अनुमानित कीमत 14.92 करोड़ रुपये) और 7925 टैबलेट नशे की गोलियां (अनुमानित कीमत 31.70 लाख रुपये) बरामद किए गए। इसके अलावा 2301 बोतल सिरप और 1100 पीस इंजेक्शन बरामद किया गया है।
———————————————-
संगठित अपराध और आतंकी संगठनों पर एटीएस की कार्रवाई-
आईजी अभियान ने बताया कि झारखंड पुलिस ने संगठित अपराध पर अंकुश लगाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जनवरी से जून 2025 तक संगठित अपराध से संबंधित 4 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 12 संगठित गिरोहों के अपराधियों की गिरफ्तार हुई। इनके पास से 4 हथियार, 21 गोलियां, 23 मोबाइल फोन और एक चारपहिया वाहन बरामद हुए। इसके अलावा 26 अप्रैल को एटीएस ने धनबाद में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन हुत (हिज्ब उत-तहरीर) के पांच सक्रिय कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। उनके पास से दो हथियार, 12 गोलियां, पांच लैपटॉप, तीन पेन ड्राइव, आठ मोबाइल फोन और प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के साहित्य बरामद किए गए।
———————————————-
सीसीए का प्रस्ताव-
उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 के माह जनवरी से जून तक राज्य के सभी जिलों से 119 सीसीए का प्रस्ताव अपराधियों के विरूद्ध समर्पित किया गया। पुलिस कर्मियों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। झारखंड पुलिस सहाय्य एवं कल्याण कोष से 622 लाभार्थियों को 1.67 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। अनुकंपा समिति की बैठकों में कुल 108 आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति दी गई। इसके अलावा 64 पुलिस निरीक्षकों को पुलिस उपाधीक्षक के पद पर और 9 सहायक अवर निरीक्षकों को पुलिस अवर निरीक्षक के पद पर पदोन्नति दी गई।
———————————————-
खेल के क्षेत्र में भी झारखंड पुलिस ने हासिल कीं उपलब्धियां-
झारखंड पुलिस ने खेल के क्षेत्र में भी उपलब्धियां हासिल की है। रांची में आयोजित प्रतियोगिता में झारखंड पुलिस ने एक स्वर्ण और चार रजत सहित कुल पांच पदक प्राप्त किए। कोच्चि, केरल में आयोजित प्रतियोगिता में झारखंड पुलिस ने टेबल टेनिस में 5 कांस्य पदक जीते। इसके अलावा 38वें नेशनल गेम्स, जो उत्तराखंड में आयोजित किया गया था, में झारखंड पुलिस ने दो स्वर्ण, एक रजत और 1 कांस्य पदक हासिल किए ।
———————————————-
सराहनीय सेवा और जन शिकायत निवारण-
गणतंत्र दिवस-2025 के अवसर पर, केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा झारखंड पुलिस के 12 पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को सराहनीय सेवा के लिए सम्मानित किया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश और डीजीपी अनुराग गुप्ता के मार्गदर्शन में राज्य के सभी जिलों में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस कार्यक्रम में कुल 4158 शिकायत पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से 3464 शिकायतों का ऑन द स्पॉट समाधान किया गया। यह कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं।