बोले- सीधा हमला करेंगे, ईरान-इजराइल में जंग का खतरा
-मिडिल ईस्ट में अमेरिका के 12 युद्धपोत तैनात, लेबनान में भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी
हमास चीफ की अंतिम यात्रा में हजारों लोग उमड़े…
तेहरान । हमास चीफ हानियेह की बुधवार को तेहरान में एयरस्ट्राइक में हुई मौत के बाद ईरान और इजराइल में जंग का खतरा बढ़ गया है। ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई ने कहा कि वे हानियेह की मौत का बदला लेंगे और इजराइल पर सीधा हमला करेंगे। वहीं इजराइल के पीएम नेतन्याहू ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि इजराइल के लिए आने वाले दिन मुश्किल हो सकते हैं लेकिन हम हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने अपने 12 युद्धपोत तैनात कर दिए हैं। दूसरी तरफ कतर में हानियेह को सुपुर्द-ए-खाक करने से पहले गुरुवार को तेहरान में उसे अंतिम विदाई दी गई। इसमें हजारों लोग शामिल हुए। तेहरान यूनिवर्सिटी में हानियेह के शव को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इसके बाद तेहरान के फ्रीडम स्कवायर तक उसके शव के साथ अंतिम यात्रा निकाली गई। खामेनेई ने इसका नेतृत्व किया। ईरान में आम तौर पर सबसे वरिष्ठ कमांडर और अधिकारियों के लिए इस तरह की शव यात्रा का आयोजन किया जाता है। हानियेह के शव कोकतर की राजधानी दोहा ले जाया गया, जहां शुक्रवार उसे दफनाया जाएगा। हत्या की साजिश में शामिल थे बॉडीगाड्र्स वहीं मिडिल ईस्ट की वेबसाइट अमवाज मीडिया ने दावा किया है कि हानियेह की हत्या में उनके बॉडीगाड्र्स का हाथ हो सकता है। इससे पहले फार्स न्यूज एजेंसी ने बताया था कि हानियेह उत्तरी तेहरान में ईरान-इराक युद्ध के रिटायर्ड सैनिकों के लिए बनी एक इमारत में अपने बॉडीगाड्र्स के साथ ठहरा था। हमास मिलिट्री चीफ भी मारा गया इजराइली सेना ने गुरुवार को दावा किया है कि उसके हमले में हमास का मिलिट्री चीफ मोहम्मद दाइफ मारा जा चुका है। सेना ने बताया कि गाजा के खान यूनिस में 13 जुलाई को फाइटर जेट से किए गए हमले में उसे मार गिराया था। मोहम्मद दाइफ की मौत की खबर काफी समय से चर्चा में थी लेकिन इसकी पुष्टि आज हो पाई है। हमास के 3 बड़े लीडर थे जिन्होंने इजराइल पर हमले में बड़ी भूमिका निभाई थी। इनमें हमास का पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानियेह, गाजा का चीफ याह्या सिनवार और मिलिट्री चीफ मोहम्मद दाइफ शामिल थे। मोहम्मद दाइफ और इस्माइल हानियेह की मौत के बाद अब हमास में याह्या सिनवार ही सबसे बड़ा नेता बच गया है। इजराइल ने 7 बार दाइफ को मारने की कोशिश की थी, हालांकि उसे सफलता नहीं मिल पाई थी। उसके बार-बार बचने की वजह से उसे 9 जिंदगी पाने वाली बिल्ली कहा जाता था। इजराइली सेना को दाइफ को मारने की आठवीं कोशिश में सफलता मिली है। हालांकि, हमास ने अब तक इस पर कोई बयान नहीं दिया है। वही एक दिन पहले बुधवार (31 जुलाई) को तेहरान में हमास का पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानियेह मारा जा चुका है। इसके बाद से ईरान और इजराइल के बीच जंग का खतरा मंडरा रहा है।