तेहरान । बीती रात ईरान ने सौ बैलेस्टिक मिसाइलें इजरायल पर दाग दीं हैं। इसके बाद ईरान में जश्न मनाया जाने लगा। ईरान के अज्ञात स्थलों से अंधेरे में मिसाइलों के प्रक्षेपण के फुटेज भी दिखाये गये। ईरान के सरकारी टेलीविजन पर देश के अरक, कौम और तेहरान में लोगों को इजरायल पर मिसाइल दागे जाने का जश्न मनाते हुए भी दिखाया गया। सरकारी टेलीविजन पर लंबे समय से कट्टरपंथियों का नियंत्रण रहा है। जश्न मनाते लोगों में से कुछ चिल्ला रहे थे, अल्लाह हो अकबर, अमेरिका का नाश हो, इजरायल का नाश हो। वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को कड़े शब्दों में चेतावनी दी थी। ईरान हिजबुल्ला और हमास की मदद करता है। नेतन्याहू ने कहा था, ‘‘मध्य पूर्व में ऐसा कोई स्थान नहीं है जहां इजरायल पहुंच नहीं सकता। उनका यह बयान बेरुत के दक्षिण में किए गए हवाई हमले के चंद दिनों बाद आया जिसमें लेबनान के हिजबुल्ला समूह का नेता मारा गया था।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने फ्रांस और इजरायल के अनुरोध पर बुधवार को एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। इजरायल के संयुक्त राष्ट्र राजदूत डैनी डैनन ने परिषद को लिखे एक पत्र लिखकर ईरानी हमले की निंदा की है। उन्होंने ईरान पर इजरायल को नष्ट करने की कोशिश करने का आरोप लगाया और सुरक्षा परिषद से देश की निंदा करने और उसके इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को आतंकवादी संगठन के रूप में नामित करने का आग्रह किया। इस हमले के बाद इजरायल की सेना ने पूरी तरह से साफ-साफ कहा कि हमने ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है। उन्होंने यह भी कहा कि हम जगह और समय दोनों तय करेंगे। वहीं, ईरान गार्ड्स ने धमकी दी कि अगर इजरायल ने मिसाइल हमले का जवाब दिया तो वे कुचलने वाले हमले करेंगे। इजरायली सेना ने बुधवार को कहा कि उसकी वायु सेना रात के दौरान मध्य पूर्व में शक्तिशाली हमले जारी रखेगी, जबकि ईरान ने कुछ घंटे पहले इजरायल पर कई मिसाइलों से हमला किया था। सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगरी ने एक बयान में कहा, वायुसेना पूरी तरह से काम कर रही है और आज रात यह मध्य पूर्व में शक्तिशाली तरीके से हमला करना जारी रखेगी, जैसा कि पिछले साल भर होता रहा है।
वहीं अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि उसका प्रहार करने वाला तंत्र इजराइली रक्षा प्रणाली की सहायता करेगा। हिजबुल्ला और इजरायल के बीच पिछले कुछ समय से लेबनानी सीमा पर लगभग रोज ही गोलाबारी चल रही है। पिछले वर्ष आठ अक्तूबर को हमास ने इजरायल में अपने लड़ाकों को भेजा था और उसके बाद गाजा में भीषण संघर्ष शुरू हो गया। उस दौरान करीब 250 इजरायलियों को बंधक बनाया गया थ। किंतु बाद में इस संघर्ष का केंद्र बिंदु उत्तरी लेबनान बन गया जब हिजबुल्ला का प्रमुख हसन नसरल्ला इजरायली हमले में मारा गया।लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में लेबनान में हुए इजरायली हवाई हमलों में 55 लोग मारे गए हैं और 156 अन्य घायल हुए हैं। मंत्रालय के अनुसार, बालबेक-हर्मेल जिले में 11 मौतें, नबातीह गवर्नरेट में 22, बेरूत और माउंट लेबनान में तीन-तीन और दक्षिण गवर्नरेट में 16 लोगों की मौतें हुई हैं।