नई दिल्ली । भारत अपना खुद का वेब ब्राउजर बनाने के बारे में विचार कर रहा है और इसके लिए सरकार ने एक प्रतियोगिता के माध्यम से तीन कंपनियों को चयन किया है। केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत एक स्वदेशी वेब ब्राउज़र विकसित करने के उद्देश्य से आयोजित भारतीय वेब ब्राउजर डेवलपमेंट चैलेंज में जोहो कार्पोरेशन के उला को विजेता घोषित किया गया है और इसके लिए जोहो की टीम को एक करोड़ रुपये का पुरस्कार मिला है। दूसरा पुरुस्कार पिंग को मिला और 75 लाख रुपए की इनामी राशि दी गई। तीसरा पुरस्कार टीम अजना को मिला और उन्हें 50 लाख रुपए इनाम में दिए गए।
WhatsApp Group जुड़ने के लिए क्लिक करें 👉
Join Now