स्थानीय मुखिया और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप, अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर दिया समाधान का आश्वासन
श्रीराम भगत
संताल एक्सप्रेस संवाददाता
अमड़ापाड़ा(पाकुड़) –जिले के अमड़ापाड़ा प्रखंड अंतर्गत जड़ाकी पंचायत के उदलबनी गांव के ताला टोला के ग्रामीण इन दिनों गंभीर जल संकट का सामना कर रहे हैं. सोमवार को पानी की किल्लत से परेशान होकर दर्जनों महिलाओं ने दोपहर करीब बारह बजे दुमका-पाकुड़ मुख्य मार्ग को पहाड़पुर के पास जाम कर दिया. लगभग आधे घंटे तक चले इस सड़क जाम के कारण यातायात पूरी तरह बाधित हो गया और दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई.
ग्रामीणों का फूटा आक्रोश :- सड़क जाम में शामिल महिलाओं और ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया. ताला टोला की निवासी मेंगराई मुर्मू, मास्टर मुर्मू, जुली मुर्मू, फुलमनी हांसदा और मुन्नी मुर्मू ने बताया कि वे लोग वर्षों से पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं. हमारे टोले में न तो कोई समुचित जलस्रोत है और न ही हैंडपंप या जलमीनार की सुविधा. पीने के पानी के लिए भी दो से तीन किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
मुखिया भी नहीं करते पहल :- ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या की जानकारी कई बार स्थानीय मुखिया साहेबधन टुडू को दी गई, लेकिन उन्होंने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. इससे नाराज़ होकर ग्रामीणों, खासकर महिलाओं ने सड़क जाम जैसा कदम उठाया.
हरकत में आया प्रशासन:- सड़क जाम की सूचना मिलते ही बीडीओ प्रमोद कुमार गुप्ता, सीओ औसाफ अहमद खां, पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी अनूप रोशन भेंगरा दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनी और तत्काल राहत के तौर पर पानी का टैंकर भेजने का निर्देश दिया. बीडीओ प्रमोद कुमार गुप्ता ने आश्वासन दिया कि ताला टोला में पानी की स्थायी व्यवस्था की जाएगी. जल जीवन मिशन के अंतर्गत टोले में जलापूर्ति सुनिश्चित करने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी. फिलहाल हर दिन टैंकर से पानी पहुंचाया जाएगा.
कुएं में फंस गया था ग्रामीण :- गौरतलब है कि ताला टोला में पानी की समस्या इस हद तक गंभीर हो गई है कि रविवार को एक ग्रामीण लुकास किस्कु खुद ही कुएं की सफाई के लिए उसमें उतर गया था. सफाई के दौरान अचानक मिट्टी धंस गई थी. जिससे वह व्यक्ति लगभग आठ घंटे तक कुएं में फंसा रहा. काफी मशक्कत के बाद जेसीबी की मदद से मिट्टी हटाकर उसे सकुशल बाहर निकाला गया था. यह घटना गांव में जल संकट की भयावहता को स्पष्ट रूप से दर्शाती है.
आधे घंटे के बाद बहाल हुआ आवागमन :- अधिकारियों द्वारा पानी की टंकी भेजने और स्थायी समाधान का आश्वासन देने के बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया और यातायात बहाल हो सका. हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक जल संकट का स्थायी समाधान नहीं होता उनका आंदोलन चलता रहेगा.