नई दिल्ली। सांपों की दुनिया में हजारों प्रजातियां हैं, जिनमें से कुछ बेहद जहरीली और खतरनाक हैं। हरे रंग के सांप अक्सर विषहीन माने जाते हैं, लेकिन ये धारणा गलत भी हो सकती है। बांस के हरे रंग के वाइपर जैसे सांप बेहद जहरीले होते हैं और इनके काटने से मौत भी हो सकती है। दुनिया भर में सांपों की 2500 से 3000 प्रजातियां हैं, जिनमें से कई हरे रंग की होती हैं। ज्यादातर हरे रंग के सांप विषहीन होते हैं और अपने हरे रंग का इस्तेमाल पत्तेदार परिवेश में छिपने के लिए करते हैं।
बंबू ग्रीन पिट वाइपर ऐसा सांप है, जो बेहद जहरीला है। वैसे भारत में सांपों की 300 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से 60 से ज्यादा जहरीली हैं। ये सांप काले, लाल, हरे, भूरे और नारंगी रंग के होते हैं। हरे रंग के सांपों को अक्सर विषहीन माना जाता है। बांस का हरा वाइपर बिहार के वाल्मिकीनगर समेत पश्चिमी बंगाल, तमिलनाडु और मेघालय जैसे राज्यों में पाए जाते हैं। पूंछ पर भूरा रंग हरे सांप के जहरीले होने की पहचान होती है।
बंबू ग्रीन पिट वाइपर के अलावा हरे रंग के सांपों में खुरदुरा हरा सांप, चिकना हरा सांप, घास का सांप, हरा चाबुक सांप, उद्यान सांप, बेल सांप और कीलदार हरा सांप शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर सांप विषहीन होते हैं, लेकिन बांस का हरा वाइपर बेहद जहरीला होता है। इसके काटने से इंसान के टिशू प्रभावित होते हैं और उसकी मौत हो सकती है। ये रात में ज्यादा सक्रिय होता है। पहाड़ के तराई इलाकों में हरे रंग की घास या खेतों के झाड़ियों में इसे पाया जाता है।
बांस के हरे वाइपर का जहर मुख्य रूप से न्यूरोटॉक्सिक होता है, जो आपके केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है। यह आपके शरीर के ऊतकों या रक्त कोशिकाओं को भी नुकसान पहुंचा सकता है। दुनिया भर में हर साल करीब 45-54 लाख लोग सांप के काटने का शिकार होते हैं। इनमें से 18 लाख से 27 लाख लोग बीमार हो जाते हैं और 81 हजार से 1 लाख 38 हजार लोग अपनी जान गंवा देते हैं। इसलिए, अगर आपको कोई हरा सांप दिखाई दे, तो उसे छेड़ने से बचें और उससे दूरी बनाए। यह याद रखना भी जरूरी है कि अगर आपको सांप काट ले, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।