नई दिल्ली । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में यह भी सामने आया है कि फिटजी ने छात्रों से शैक्षणिक सत्र 2028-29 तक की एडवांस फीस जमा कराई गई थी। इनमें वर्तमान में चल रहे बैचों के छात्र-छात्राओं से लगभग 206 करोड़ रुपये जमा कराए गए थे। फिटजी कोचिंग संचालकों ने विभिन्न राज्यों के 14,411 छात्र-छात्रों से एडवांस फीस के रूप में 250.02 करोड़ रुपये जमा कराए थे और जनवरी माह में बिना किसी पूर्व सूचना के अपने कोचिंग सेंटर बंद कर दिए थे। फिटजी संचालक ने कोचिंग सेंटर के अध्यापकों व कर्मचारियों के कई माह के वेतन का भुगतान भी नहीं किया था। ईडी ने कोचिंग संचालक के विरुद्ध दर्ज कराए गए मुकदमों को आधार बनाकर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। ईडी ने गुरुवार व शुक्रवार को दिल्ली, नोएडा व गुरुग्राम स्थित आठ स्थानों पर छापेमारी की थी। इनमें कोचिंग संचालक का दिल्ली स्थित आवास व कारपोरेट आफिस भी शामिल था। जांच में यह भी सामने आया है कि शैक्षिक सेवाओं की आड़ में छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों को धोखा देकर धन की हेराफेरी योजनाबद्ध ढंग से की गई। ईडी ने दिल्ली में कोचिंग संचालक डीके गोयल के वसंत विहार स्थित आवास समेत अन्य स्थानों पर की गई छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज, 10 लाख रुपये नकद व 4.89 करोड़ रुपये के जेवर जब्त किए हैं।
इनमें कई आपत्तिजनक दस्तावेज व डिजिटल डिवाइस भी शामिल हैं। ईडी के अनुसार व्यक्तिगत लाभ के लिए फीस की रकम को दूसरे खातों में डायवर्ट किया गया था। आगे की छानबीन की जा रही है। इन राज्यों में सेंटर कर दिए बंद फिटजी कोचिंग के लखनऊ, गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा, प्रयागराज, दिल्ली, भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, फरीदाबाद, गुरुग्राम, मुंबई व अन्य शहरों में स्थित 32 कोचिंग सेंटर बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक बंद कर दिए गए थे। ईडी के अनुसार छानबीन में सामने आया है कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 के 9,823 छात्र-छात्राओं से 181.89 करोड़ रुपये, शैक्षणिक सत्र 2026-27 के 3,316 छात्र-छात्राओं से 47.48 करोड़ रुपये, शैक्षणिक सत्र 2027-28 के 1,008 छात्र-छात्राओं से 17.07 करोड़ रुपये तथा शैक्षणिक सत्र 2028-29 के 264 छात्र-छात्राओं से 3.76 करोड़ रुपये बतौर फीस जमा कराए गए थे।