– प्रदीप यादव छक्का लगाने को तैयार, भाजपा कैच लपकने को बेकरार
गोड्डा संवाददाता : मतदान तिथि के नजदीक आने के साथ ही जिला के पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र को फतह करने के लिए इंडिया गठबंधन और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने पूरी ताकत झोंक दी है। चुनावी शतरंज की बिसात पर सीट बचाने एवं सीट छीनने के लिए शह और मात का खेल अंतिम दौर में पहुंच गया है। इस क्षेत्र से लगातार पांच बार से विजय दर्ज करने वाले प्रदीप यादव 2024 के चुनाव में पहली बार कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ते हुए जीत का छक्का लगाने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं।
प्रदीप यादव का कैच लपकने के लिए भाजपा ने सजाई आक्रामक फील्डिंग
वहीं प्रदीप यादव का कैच लपकने के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी आक्रामक फील्डिंग सजाई गई है।दरअसल,पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र 2009 के चुनाव से ही भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनौती बना हुआ है। 2000 एवं 2005 के चुनाव में प्रदीप यादव ने ही इस क्षेत्र में भाजपा टिकट पर विजय दर्ज करते हुए लगातार दो बार कमल खिलाने का काम किया था। इसके बाद इस क्षेत्र में अभी तक कमल नहीं खिल सका है। इसके पूर्व 1980 के चुनाव से 2000 तक यह विधानसभा क्षेत्र झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ बना रहा था। वर्ष 2000 एवं 2005 में भाजपा टिकट पर निर्वाचित होने के बाद 2009 के चुनाव से लेकर 2019 के चुनाव के दौरान लगातार तीन बार श्री यादव ने झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर जीत दर्ज करते हुए भाजपा का कमल खिलने नहीं दिया। 2024 के चुनाव में श्री यादव लगातार छठी बार इस क्षेत्र से विजय दर्ज करने के लिए चुनावी महाभारत में अपने प्रतिद्वंदियों के समक्ष मजबूत चुनौती पेश कर रहे हैं। इस चुनाव में पहली बार श्री यादव कांग्रेस के टिकट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा का पतवार थामते हुए जीत का छक्का लगाने के लिए गंभीरता से प्रयासरत हैं। विगत 2000 के चुनाव से इस क्षेत्र की चुनावी राजनीति पर गौर करने से यह स्पष्ट होता है कि पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र अब किसी राजनीतिक दल का गढ़ नहीं, बल्कि प्रदीप यादव का गढ़ बन गया है। बीते पांच विधानसभा चुनाव का परिणाम इस बात का गवाह रहा है कि श्री यादव जिस पार्टी के टिकट पर खड़े होते हैं, उसी से जीत दर्ज करते रहे हैं। श्री यादव को चुनावी शिकस्त देने एवं इस क्षेत्र में कमल खिलाने के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से जोरदार घेराबंदी की कोशिश की गई है। श्री यादव को जीत का छक्का लगाने से रोकने के लिए क्षेत्र के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के मार्गदर्शन में भाजपा की ओर से आक्रामक फील्डिंग सजाई गई है। श्री यादव से इस सीट को छीनन के लिए भाजपा ने देवेंद्र नाथ सिंह को प्रत्याशी बनाया है, जो 2014 के चुनाव में भी भाजपा के प्रत्याशी थे। वर्तमान विधायक तथा कांग्रेस प्रत्याशी को पराजित करने के लिए भाजपा ने अनेक राजनीतिक महारथियों का सहारा लिया है। कांग्रेस प्रत्याशी श्री यादव के स्वजातीय वोट बैंक में सेंधमारी करने के लिए भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र नाथ सिंह के नॉमिनेशन में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को उतार कर भाजपा ने इस क्षेत्र में प्रभावशाली यादव समुदाय को साधने की कोशिश की। भाजपा की ओर से इस विधानसभा क्षेत्र का चुनाव प्रभारी बजरंगी यादव को बनाया गया है। भाजपा की कोशिश यह है कि यादव वोट बैंक में सेंधमारी करते हुए भाजपा के कोर वोट बैंक के सहारे प्रदीप यादव को चुनावी पटकनी देते हुए इस क्षेत्र में कमल खिलाया जाए। लोकसभा चुनाव के अपने चुनावी प्रतिद्वंदी प्रदीप यादव को विधानसभा चुनाव में परास्त करने के लिए गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद डॉ निशिकांत दुबे की ओर से भी हर संभव कोशिश की जा रही है। भाजपा को भरोसा है कि जिस तरह पिछले दो लोकसभा चुनाव के दौरान प्रदीप यादव पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र में ही वोटो की गिनती में पिछड़ते रहे हैं, वही इतिहास इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान दोहराया जाएगा। भाजपा इस प्रयास में किस हद तक सफल हो पाती है इसका पता 23 नवंबर 20 24 को मतगणना के बाद ही चल सकेगा।