बांसवाड़ा । बांसवाड़ा जिले के रतलाम मार्ग पर छोटी सरवन क्षेत्र में करीब 50 हज़ार करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले 2800 मेगावाट परमाणु बिजली घर के लिए पूर्व में अवाप्त की गई जमीन पर चारदीवारी बनाने को लेकर शुक्रवार को पुलिस और ग्रामीण आमने सामने हो गए। चारदीवारी निर्माण को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने मौके पर पुलिस पर पथराव कर दिया, जिससे एक पुलिसकर्मी को गंभीर चोट आने पर जिला अस्पताल भेजा गया। हालात संभालने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। मौके पर तनाव के हालात हैं और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
उल्लेखनीय है कि बांसवाड़ा में माही परमाणु बिजलीघर का निर्माण होना है। इसके लिए पूर्व में भूमि अवाप्त की गई थी और विस्थापित हुए करीब तीन हजार परिवार के लोगों को 425 करोड़ रुपए का मुआवजा और आवास का आवंटन किया गया जा चुका है। भूमि अवाप्ति और मुआवजा देने के बाद भी कई ग्रामीण वहीं पर ही परिवार के साथ निवासरत हैं। अब आगामी दिनों में यहां निर्माण कार्य के लिए चारदीवारी बनाई जा रही है। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए सुबह से ही भारी पुलिस बल तैनात था।
प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। इसी बीच कुछ लोगों ने पथराव कर दिया और खेतों की ओर भागे। इस पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हो गया, जिसे जिला मुख्यालय पर महात्मा गांधी चिकित्सालय लाकर उपचार कराया गया। मौके पर तनाव बना हुआ है और इस पर नियंत्रण के लिए अधिकारियों समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल, क्यूआरटी के जवान तैनात किए गए हैं।
जिला कलेक्टर डॉ इंद्रजीत सिंह यादव ने बताया कि अभी केवल दीवार बनाने का काम किया जा रहा है इस दौरान कुछ लोगों ने कार्य काे बाधित करने का प्रयास किया जिसके चलते पुलिस को कार्यवाई करनी पड़ी।
पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाल ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस की कार्रवाई के दौरान पथराव किया जिस पर पुलिस ने उनको वहां से जाने के लिए अश्रु गैस का उपयोग किया। उनसे समझाइश की जा रही है और अभी शांति बनी हुई है।