“मंत्री डॉ. इरफान अंसारी का सभी उपायुक्तों को निर्देश — भारी वर्षा से हुई क्षति का त्वरित आकलन कर शीघ्र भेजें रिपोर्ट”
डॉ. इरफान अंसारी का सख्त निर्देश – बाढ़, जलभराव और संकट की घड़ी में हर प्रशासनिक तंत्र अलर्ट मोड में रहे
आपदा की घड़ी में डॉ. इरफान अंसारी का संदेश – सावधानी, सतर्कता और सहयोग ही सबसे बड़ा हथियार
रांची। राज्य में हो रही भारी वर्षा और संभावित बाढ़/जलभराव की गंभीर स्थिति को देखते हुए झारखंड के आपदा प्रबंधन विभाग के माननीय मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने एक आपात बैठक आयोजित कर राज्य के सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों, और संबंधित विभागों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है।
मौसम विभाग, रांची द्वारा दी गई चेतावनी के अनुसार, आगामी दिनों में तेज बारिश, नदियों के जलस्तर में वृद्धि और बाढ़ जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है। डॉ. इरफान अंसारी ने कहा की “स्थिति पर नजर रखी जा रही है। सभी जिलों को एडवाइजरी भेज दी गई है। विभाग की सभी टीमें पूरी मुस्तैदी से तैयार हैं। लेकिन सबसे अहम है कि आमजन सचेत रहें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। हमारा लक्ष्य है – ‘हर जीवन की सुरक्षा।'”
जारी की गई एडवाइजरी में किए गए विशेष निर्देश – ‘क्या करें / क्या न करें’
क्या करें:
✔️ बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें।
✔️ जरूरी होने पर ही यात्रा करें और वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं।
✔️ बिजली उपकरणों को प्लग से निकालकर सुरक्षित करें।
✔️ मच्छरों से बचाव हेतु उचित उपाय अपनाएं।
✔️ साफ पानी का उपयोग करें और खुले खाद्य पदार्थों से बचें।
✔️ मौसम अलर्ट और प्रशासनिक सूचनाओं पर नजर बनाए रखें।
क्या न करें:
❌ जलमग्न सड़क, पुल, अंडरपास या नालों में प्रवेश न करें।
❌ बाढ़ के पानी में तैराकी या खेलकूद न करें।
❌ जेनरेटर का उपयोग घर के अंदर न करें।
❌ गिरे हुए विद्युत तारों के संपर्क में न आएं – तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
❌ अत्यधिक बारिश के दौरान यात्रा या बाहरी गतिविधियों से बचें।
विद्यालय बंद करने का सुझाव:
जिन जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है, वहां के उपायुक्तों को विद्यालयों को अस्थायी रूप से बंद करने का सुझाव दिया गया है ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। सभी मीडिया चैनलों, पंचायत प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और जनसंपर्क माध्यमों से अनुरोध यह एडवाइजरी व्यापक रूप से प्रचारित की जाए ताकि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के प्रत्येक नागरिक तक समय रहते जानकारी पहुंच सके। आगे मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों को निर्देशित किया है कि वे भारी वर्षा से हुई क्षति का त्वरित आकलन कर उसका प्रतिवेदन शीघ्र विभाग को उपलब्ध कराएं, ताकि प्रभावित लोगों को हुए नुकसान का मुआवजा यथाशीघ्र प्रदान किया जा सके। आपदा की घड़ी में संयम, सतर्कता और सहयोग ही सबसे बड़ा हथियार है। झारखंड सरकार आपके साथ है।