नई दिल्ली । ओलंपिक में अयोग्य ठहराई गई महिला पहलवान विनेश फोगाट के मामले को लेकर आज गुरुवार को संसद में जबरदस्त हंगामा हुआ है। राज्यसभा में तो इस कदर हंगामा हुआ कि सभापति जगदीप धनखड़ नाराज हो गए और भारी मन से चेयर से उठे अपमानित होने की बात कही और सदन से चले गए। जाते-जाते तेज आवाज में उन्होंने कहा कि रोज अपमान होता है, चेयर पर चिल्लाने की आपकी हिम्मत कैसे हुई?
इससे पहले राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को निशाने पर लेते हुए उन्हें सदन में नियमों के अनुसार व्यवहार करने को कहा। इसके साथ ही धनखड़ अपने गुस्से पर काबू नहीं कर सके और ऊंची आवाज में करीब चिल्लाते हुए उन्होंने कहा, कि ‘सदन में प्रतिदिन मेरा अपमान किया जा रहा है। चेयर पर चिल्लाने की आपकी हिम्मत कैसे हुई?’ जबरदस्त हंगामें के बीच सभापति चेयर से उठे और सदन से चले गए। भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट को ओलंपिक में अयोग्य घोषित किए जाने का मुद्दा उठाने की विपक्ष की मांग से सभापति धनखड़ नाखुश नजर आए। हंगामें के बीच सांसद डेरेक ओब्रायन और अन्य विपक्षी सासंदों के व्यवहार को लेकर सभापति धनखड़ ने कहा, कि पत्रों व समाचार पत्रों के जरिये सभापति के अधिकार को चुनौती देना असंसदीय है। इस तरह से यह मेरे लिए चुनौती नहीं है। दरअसल यह तो राज्यसभा के सभापति के पद के लिए चुनौती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, कि इससे तो लगता है कि इस कुर्सी पर बैठा हुआ व्यक्ति इस पद के लायक ही नहीं है।
इसी बीच सभापति ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश पर भी निशाना साधा और उन्हें हंसने से रोकने की बात कही। इस घटनाक्रम के बाद ही उन्होंने यह कहते हुए चेयर छोड़ दी कि मैं दुखी मन से चेयर से उठ रहा हूं। गौरतलब है कि आज गुरुवार को संसद में विनेश फोगाट मामले की गूंज सुनाई दे रही थी। राज्यसभा में विपक्षी सांसद इस मामले को लेकर नारेबाजी करते हुए लगतार हंगामा कर रहे थे। यह सब देख सभापति जगदीप धनखड़ नाराज हो गए और इसी बीच उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे को अपनी बात रखने का अवसर प्रदान किया। तभी खड़गे ने कहा, कि कल हमने केवल मुद्दा उठाया था, ये काफी अहम मुद्दा उठाया। सभापति धनखड़ ने इस पर उन्हें टोकते हुए कहा कि आप क्या कहना चाह रहे हैं, क्या आप इस विषय पर चर्चा चाहते हैं? तब खड़गे ने कहा, हां चर्चा हम करना चाहते हैं। हंगामे के बीच उन्होंने कहा, और इस सब के पीछे कौन है, कैसे महज 100 ग्राम से यह सब हुआ?…’ इस पर सभापति धनखड़ उन्हें टोकते हुए कहते चले गए, कि कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाएगा। आपको हम सदन को इस तरह का प्लेटफॉर्म बनाने नहीं देंगे…. सॉरी। हंगामें के बीच सभापति को गुस्सा आया और वो चेयर छोड़ चले गए।
हिदायत/ईएमएस 08अगस्त24