सिमडेगा । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि बिरसा मुंडा ने आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए संघर्ष किया था लेकिन भाजपा आदिवासी को वनवासी कहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि, भाजपा के लोग आपका जल, जंगल और जमीन छीनना चाहते हैं। इसलिए वो आपको वनवासी कहते हैं। आदिवासी का मतलब है, उस जगह का सबसे पहला मालिक। इसलिए कांग्रेस आपको आदिवासी कहती है। वनवासी का मतलब है कि आप जंगल में रहते हो। इसलिए आपका जल, जंगल और जमीन पर कोई अधिकार नहीं है। इसलिए भाजपा आदिवासी को वनवासी कहती है। राहुल शुक्रवार को झारखंड के सिमडेगा में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन संविधान को बचाने में जुटी है जबकि भाजपा संविधान को खत्म करना चाहती है। महागठबंधन और कांग्रेस चाहती है कि समाज में समानता हो और देश को संविधान के माध्यम से चलाया जाए लेकिन भाजपा ऐसा नहीं चाहती। इस संविधान में आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों की सुरक्षा निहित है लेकिन भाजपा इसे खत्म कर बिरसा मुंडा की सोच को दबाना चाहती है। बाबा साहब अंबेडकर और महात्मा गांधी के विचारों को खत्म करना चाहती है। राहुल ने कहा कि हम चाहते हैं कि इस देश को 90 प्रतिशत लोग मिलकर चलाएं लेकिन भाजपा चाहती है कि इस देश को दो तीन लोग ही चलाएं नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, अंबानी और अडानी। राहुल गांधी ने कहा कि हमने जाति जनगणना की मांग की है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग जहां जाते हैं एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाते हैं। एक धर्म को दूसरे धर्म से और एक जात को दूसरी जात से, एक भाषा को दूसरे भाषा से लड़ाते हैं और गुस्सा नफरत फैलाते है। राहुल ने कहा कि मणिपुर को जलने देने का काम भाजपा के विचारधारा ने किया है और आज तक प्रधानमंत्री वहां नहीं गए हैं। इसीलिए हमने 4,000 किलोमीटर की पदयात्रा कर लोगों से कहा कि नफरत की दुकान में मोहब्बत की दुकान खोलेंगे।