राज्य और राजनीति
– दो पूर्व सीएम की पत्नियां, एक की पुत्रबधू को भी उतारा
चंदन मिश्र
झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन दलों की मोर्चाबंदी शुरू हो गई है। भाजपा गठबंधन ने सबसे पहले साथी दलों के साथ सीट शेयरिंग कर बाजी मारी। फिर सत्तारूढ़ दल के पहले अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर बढ़त बना ली है। भाजपा ने पुराने चेहरों के साथ साथ कुछ नए चेहरों पर दाव खेला है। उम्मीदवारों की सूची में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और मधु कोड़ा की पत्नियां तथा पूर्व मुख्यमंत्री सह ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास की पुत्रवधु के नाम शामिल हैं।
भाजपा ने पहली सूची में अपने 66 उम्मीदवारों के नाम आज जारी किए हैं। इनमें सत्तर फीसदी पुराने चेहरे हैं। कुछ सीटिंग विधायकों के टिकट काटे गए हैं, जिनमें केदार हजार का नाम शामिल है। भाजपा की सूची में पोटका से पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा पहली बार चुनाव लड़ेंगी। गीता कोड़ा तीसरी बार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगी। रघुवर दास अब सक्रिय राजनीति से हट चुके हैं। वह राज्यपाल हैं। लेकिन जमशेदपुर पूर्वी से उनका राजनीतिक लगाव नहीं छूटा है। उनकी जगह उनकी पुत्रवधु पहली बार सीधे चुनावी राजनीति में कदम रखेंगी।
पुराने चेहरों में लगभग सभी विधायकों को फिर से चुनाव में उतार कर बड़ा फैसला लिया है। नए चेहरों में कई नई महिलाओं को भी मैदान में उतारा गया है। गांडेय से गिरिडीह की जिला परिषद की अध्यक्ष मुनिया देवी को कल्पना सोरेन के सामने उतारा गया है। जमुआ से डॉ मंजू देवी को केदार हाजरा की जगह उतारा गया है।
संताल परगना से कई नए चेहरे भाजपा ने उतारा है। कोल्हान से पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन सरायकेला से उनके पुत्र बाबूलाल सोरेन घाटशिला से उम्मीदवार बनाया गया है। बहरागोड़ा से दिनेशानंद गोस्वामी को टिकट दिया है।