भागलपुर । यूँ तो बिहार के लोगों को हर साल बाढ़ का दंश झेलना पड़ता हैं। लेकिन बिहार सरकार बाढ़ को रोक पाने या बाढ़ प्रभावितों को उचित सहायता पहुंचा पाने में हर साल विफल साबित होती रही है। भले ही सरकार राहत तथा सहायत के लिए बड़े बड़े दावे करे मगर हकीकत कुछ अलग ही बयां करती रही है। इस साल भी बिहार के 12 जिलों में बाढ़ का कहर है। खासकर बिहार के भागलपुर जिले के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। ट्रेनों का परिचालन भी बाधित हुआ है। बाढ़ पीड़ितों ने ऊंचे स्थानों पर शरण लिया हैं। शहर के नाथनगर सिटीएस मैदान, हवाई अड्डा, टीएनबी कॉलेजिएट मैदान समेत कई स्थानों पर बाढ़ पीड़ित ठहरे हुए हैं। लेकिन उनके खान-पान, सुरक्षा तथा शौचालय पर सरकारी महकमा कोई ध्यान नहीं दे रहा है। हालांकि जिलाधिकारी नवल किशोर चौधरी और सांसद अजय मंडल ने पीड़ितों को भोजन के साथ मूलभूत सुविधाएँ मुहैया कराने को लेकर राहत शिविरों का जायजा लिया और इस दौरान जिलाधिकारी ने राहत शिविरों में शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिया है। साथ ही उन्होंने शिविर में साफ सफाई की पूर्ण व्यवस्था रखने और मवेशियों के लिए पशु चारा की व्यवस्था करने के लिए जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिया है। इसके अलावा उन्होंने पुलिस उपाधीक्षक नगर को शिविरों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल की व्यवस्था करने और शिविरों की गश्ती करते रहने के लिए भी निर्देश दिया है।