नई दिल्ली । ताजा अध्ययन में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अगर सैलून में बाल धोते समय सिर को पीछे झुकाकर बैठते हैं, तो सावधान हो जाइए। यह हरकत कभी-कभी एक दुर्लभ स्ट्रोक का कारण बन सकती है। दरअसल, जब सैलून में सिर धोने के दौरान गर्दन को ज़्यादा पीछे की ओर झुकाया जाता है, तो मस्तिष्क तक रक्त का प्रवाह बाधित हो सकता है। इस स्थिति को “ब्यूटी पार्लर सिंड्रोम” कहा जाता है। इसमें गर्दन की धमनियों पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे उनमें सूजन, खिंचाव या फटने जैसी समस्या हो सकती है। परिणामस्वरूप वर्टिब्रल आर्टरी डिसेक्शन जैसी स्थिति पैदा होती है, जो स्ट्रोक या लकवे का कारण बन सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सैलून से लौटने के कुछ घंटों या दिनों के भीतर यदि किसी व्यक्ति को चक्कर आना, सिर घूमना, बोलने या देखने में परेशानी होना, गर्दन में दर्द या अकड़न महसूस होना, शरीर के एक हिस्से में सुन्नपन आना या संतुलन बिगड़ना जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ये सभी स्ट्रोक के शुरुआती संकेत हो सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इस समस्या का खतरा उन लोगों में अधिक होता है जिन्हें पहले से ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, सर्वाइकल दर्द या स्पॉन्डिलाइटिस की समस्या है। बुजुर्ग और कमजोर नसों वाले लोगों को भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। जो व्यक्ति बार-बार सैलून में हेयर वॉश कराते हैं, उन्हें हर बार गर्दन को बहुत पीछे झुकाने से बचना चाहिए।
इस खतरे से बचने के लिए कुछ साधारण उपाय मददगार हो सकते हैं। बाल धोते समय स्टाफ से कहें कि सिंक की ऊंचाई समायोजित करें और सिर को हल्का सीधा रखें। गर्दन में दर्द या असहजता महसूस होते ही तुरंत रुक जाएं और डॉक्टर से सलाह लें। सर्वाइकल दर्द वाले लोग चाहें तो घर पर ही बाल धोना बेहतर विकल्प चुन सकते हैं। सैलून में बाल धोना भले ही आरामदायक अनुभव लगता हो, लेकिन गलत मुद्रा में यह गंभीर स्वास्थ्य जोखिम बन सकता है।
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