देवघर। बाबा बैद्यनाथ महोत्सव 2025 में स्थानीय कलाकारों की अनदेखी को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। स्थानीय कलाकार कन्हैया खवाड़े, जो पिछले 35 वर्षों से जिला प्रशासन के लिए कार्यक्रम करते आ रहे हैं, इस बार महोत्सव में आमंत्रित न किए जाने से आहत हैं।
2016-17 में गाया उद्घाटन गीत, इस बार नहीं मिला मौका
कन्हैया खवाड़े ने बताया कि 2016 और 2017 में बाबा बैद्यनाथ महोत्सव का उद्घाटन बाबा मंदिर में हुआ था, जिसमें उन्होंने उद्घाटन गीत गाया था। उसके बाद, केकेएन स्टेडियम में सुरेश वाडेकर 2016 और कैलाश खेर 2017 ने प्रस्तुति दी थी। लेकिन इस बार, जिला प्रशासन ने उन्हें आमंत्रित तक नहीं किया। कन्हैया खवाड़े का कहना है कि साहिबगंज पुल उद्घाटन, प्रधानमंत्री के कार्यक्रम, खादी ग्राम महोत्सव, झारखंड स्थापना दिवस और श्रावणी मेले जैसे कई बड़े आयोजनों में उन्हें जिला प्रशासन ने भेजा था। उन्होंने महाशिवरात्रि पर बाबा मंदिर में भी प्रस्तुति दी थी, लेकिन इस बार पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन ने उन्हें पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया।
फ्री में प्रस्तुति दी, फिर भी अनदेखी
खवाड़े का आरोप है कि उन्होंने 2016-17 में बिना किसी शुल्क के फ्री ऑफ कॉस्ट उद्घाटन गीत गाया था। अब जब वे एक अनुभवी और राष्ट्रीय स्तर के कलाकार हैं, तब भी प्रशासन उन्हें नजरअंदाज कर रहा है। कन्हैया खवाड़े ने दावा किया कि प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि कलाकारों का चयन टेंडर प्रक्रिया से हुआ। लेकिन उन्होंने इसे खारिज करते हुए कहा कि इस बार बड़े कलाकारों को नहीं बुलाया गया, जिससे यह महोत्सव बच्चों का उत्सव बनकर रह गया है।