नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत तमाम नेताओं ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।राष्ट्रपति ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए कहा, “श्री शिबू सोरेन जी का निधन सामाजिक न्याय के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है। उन्होंने आदिवासी अस्मिता और झारखंड राज्य के निर्माण के लिए संघर्ष किया। जमीनी स्तर पर काम करने के अलावा उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और सांसद के रूप में भी योगदान दिया। जनता, विशेषकर आदिवासी समुदायों के कल्याण पर उनके ज़ोर को सदैव याद रखा जाएगा।”उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “मैं झारखंड के मुख्यमंत्री और शिबू सोरेन जी के पुत्र श्री हेमंत सोरेन जी, परिवार के अन्य सदस्यों और उनके सभी प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करती हूं।”गृहमंत्री अमित शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक शिबू सोरेन के निधन को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि उन्होंने दशकों तक झारखंड में जनजातीय समाज के अधिकारों और सशक्तीकरण के लिए संघर्ष किया। अपने सहज और सरल स्वभाव के कारण वे जन-जन से जुड़े रहे। शाह ने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान मिले और शोकाकुल सोरेन परिवार व उनके समर्थकों को यह दुख सहने की शक्ति मिले।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शिबू सोरेन को देश के वरिष्ठतम नेताओं में से एक बताते हुए कहा कि उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों, विशेष रूप से जनजातीय समाज के अधिकारों के लिए आजीवन संघर्ष किया। वे हमेशा जनता और जमीनी मुद्दों से जुड़े रहे। राजनाथ सिंह ने उनके साथ अपने लंबे परिचय का जिक्र करते हुए उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और उनके परिवार एवं समर्थकों के प्रति संवेदनाएं जताईं।केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शिबू सोरेन को भारतीय राजनीति का एक प्रमुख चेहरा बताया, जिन्होंने हाशिए पर रहने वाले लोगों के उत्थान और झारखंड की पहचान को आकार देने में अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने कहा कि उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शिबू सोरेन को एक प्रभावशाली व्यक्तित्व बताया, जिन्होंने आदिवासी समुदायों के उत्थान और हाशिए पर रहने वाले लोगों की आवाज को मुख्यधारा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने जेएमएम के संस्थापक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर गहरा दुख जताया और उनके परिवार व अनुयायियों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं।केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिबू सोरेन के निधन को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि वे एक संघर्षशील और जुझारू राजनेता थे, जिन्होंने जनजातीय समाज के अधिकारों के लिए हमेशा आवाज उठाई। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि उनकी आत्मा को शांति मिले और शोकाकुल परिवार को यह दुख सहने की शक्ति मिले।
केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने शिबू सोरेन को जनजातीय समाज के सशक्तीकरण के लिए आजीवन संघर्ष करने वाला नेता बताया। उन्होंने इस कठिन समय में हेमंत सोरेन और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि ईश्वर उनकी आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें।मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि शिबू सोरेन ने जनजातीय समाज के अधिकारों और सशक्तीकरण के लिए आजीवन संघर्ष किया। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि उनकी आत्मा को शांति मिले और शोकाकुल परिवार को दुख सहने की शक्ति मिले।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उन्होंने अलग झारखंड प्रदेश और वहां के लोगों के जल, जंगल, जमीन के अधिकारों और आदिवासी संस्कृति के संरक्षण के लिए आजीवन संघर्ष किया। खरगे ने कहा कि उन्होंने हेमंत सोरेन से बात कर उनके परिवार और समर्थकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शिबू सोरेन को आदिवासी समाज की मजबूत आवाज बताते हुए कहा कि उनके हक के लिए उन्होंने आजीवन संघर्ष किया। झारखंड के निर्माण में उनकी भूमिका को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने हेमंत सोरेन और उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शिबू सोरेन को भारत के आदिवासी अधिकार आंदोलन का एक दिग्गज नेता बताया। उन्होंने अलग झारखंड के निर्माण और आदिवासी समुदायों के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने हेमंत सोरेन और झारखंड के लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शिबू सोरेन को आदिवासी समुदायों के लिए ‘दिशोम गुरु’ बताते हुए उनके निधन को झारखंड के इतिहास का एक अध्याय समाप्त होने के रूप में वर्णित किया। उन्होंने हेमंत सोरेन और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और कहा कि वे उन्हें अच्छी तरह जानती थीं और उनका सम्मान करती थीं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिबू सोरेन को आदिवासी और वंचित समाज की बुलंद आवाज बताया और उनके निधन को अत्यंत दुखद करार दिया। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने शिबू सोरेन के निधन को अति-दुखद बताते हुए उनके पुत्र हेमंत सोरेन, उनके परिवार और समर्थकों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि शोकाकुल परिवार को यह दुख सहने की शक्ति मिले।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शिबू सोरेन को झारखंड और आदिवासी समाज की आत्मा बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने आदिवासी अधिकारों, जल-जंगल-जमीन और संवैधानिक न्याय के लिए जीवन भर संघर्ष किया। उनके निधन को देश की राजनीति और आदिवासी आंदोलन की अपूरणीय क्षति बताते हुए उन्होंने हेमंत सोरेन और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शिबू सोरेन को आदिवासी अस्मिता की बुलंद आवाज बताते हुए कहा कि वे झारखंड राज्य निर्माण आंदोलन की धुरी थे। उन्होंने वन अधिकार अधिनियम 2006 और भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके सामाजिक और आर्थिक न्याय के प्रति समर्पण को प्रेरणादायक बताया।कांग्रेस नेता बीवी श्रीनिवास ने शिबू सोरेन के निधन को झारखंड की राजनीति के एक युग का अंत बताया। उन्होंने कहा कि उनका जीवन संघर्ष और जनहित के लिए समर्पण हमेशा प्रेरणा देगा।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने शिबू सोरेन के निधन को झारखंड और बिहार के लिए असह्य पीड़ा का क्षण बताया। उन्होंने उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने शिबू सोरेन को जन आंदोलनों से निकला एक क्रांतिकारी नायक बताया और कहा कि इस मुश्किल घड़ी में पूरा देश हेमंत सोरेन के साथ खड़ा है।झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का सोमवार को दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। वे 81 वर्ष के थे और पिछले कई महीने से बीमार थे।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन पर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की हैं। बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखण्ड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक व आदिवासी समाज के जाने-माने दिग्गज नेता शिबू सोरेन का आज निधन हो जाने की खबर अति-दुखद है। उनके पुत्र तथा वर्तमान में झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन व उनके परिवार के साथ-साथ उनके समस्त समर्थकों एवं अनुयाइयों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। कु़दरत उन सबको इस दुख को सहन करने की शक्ति दे। उल्लेखनीय है कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का सोमवार सुबह दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया। वे 81 वर्ष के थे। शिबू सोरेन किडनी से जुड़ी बीमारी के चलते पिछले एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे। हेमंत सोरेन ने अपने पिता के निधन की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक और आदिवासी समाज के लिए ‘गुरु जी’ के नाम से प्रसिद्ध शिबू सोरेन के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को शोक व्यक्त किया। सोशल मीडिया एक्स पर शोक संदेश साझा करते हुए सोमवार को ममता बनर्जी ने लिखा, “झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री, झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और मेरे आदिवासी भाइयों और बहनों के गुरु दिशोम (महान नेता) शिबू सोरेन के निधन से अत्यंत दुःखी हूं। मेरे भाई हेमंत सोरेन, उनके पुत्र और झारखंड के मुख्यमंत्री, साथ ही उनके पूरे परिवार, बिरादरी और सभी अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। मैं उन्हें अच्छी तरह जानती थी और उनका सच्चा सम्मान करती हूं।
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित पक्ष विपक्ष के कई नेताओं ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने ईश्वर से पुण्यात्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन जी के निधन का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। समाज के कमजोर वर्गों, विशेष रूप से जनजातीय समुदाय के अधिकारों की रक्षा और उनके सशक्तीकरण के लिए उन्होंने आजीवन संघर्ष किया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। जमीन से जुड़े नेता सोरेन ने पूरा जीवन आदिवासी समाज के कल्याण एवं उनके हितों के लिए समर्पित कर दिया था।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सीएम सचिन पायलट ने कहा कि शिबू सोरेन आदिवासी समाज की प्रखर आवाज बनकर वह उभरे और जीवन भर उनके अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित रहे। उनका जीवन संघर्ष, सेवा एवं समाज के प्रति समर्पण का प्रतीक रहा।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि मिट्टी से जुड़े इस जननेता ने सादगी, संघर्षशीलता और समर्पण से अपना सम्पूर्ण जीवन गरीबों, आदिवासियों के अधिकारों, उत्थान एवं कल्याण के लिए समर्पित किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक शिबू सोरेन का निधन अत्यंत दु:खद है। शिबू सोरेन ने आदिवासियों के अधिकार और उनकी संस्कृति के लिए आजीवन संघर्ष किया एवं प्रदेश के विकास में अविस्मरणीय योगदान दिया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि शिबू का संपूर्ण जीवन पिछड़ों और जनजाति के उत्थान के प्रति समर्पित रहा। मुख्यमंत्री धामी ने ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत की आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दे एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह असीम दुःख सहने की शक्ति दे।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने संदेश में लिखा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन जी का निधन दुखद है। उन्होंने अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में वंचितों, श्रमिकों और विशेष रूप से आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए सतत संघर्ष किया। उनका निधन सिर्फ झारखंड ही नहीं, पूरे देश के जनजातीय समाज और राजनीतिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और हेमंत सोरेन जी सहित समस्त शोकाकुल परिजनों व समर्थकों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक शिबू सोरेन के निधन पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री मोहन माझी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, “झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन जी के निधन से अत्यंत दुखी हूं। महाप्रभु श्रीजगन्नाथ उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और शोकसंतप्त परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दें। ॐ शांति।”
नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने भी अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक शिबू सोरेन के निधन का समाचार पाकर गहरा दुख हुआ। वे एक प्रख्यात आदिवासी नेता थे और आदिवासी एवं हाशिए के समाज के अधिकारों के लिए उनके संघर्ष को हमेशा याद किया जाएगा। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, मित्रों और समर्थकों के साथ हैं।”
मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि शिबू सोरेन एक प्रख्यात राजनेता थे। वे तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रहे। झारखंड की राजनीति में उनका अहम योगदान रहा है। उनके निधन से न केवल झारखंड, बल्कि पूरे देश के राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर-शान्ति तथा उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।