नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में संगठनात्मक गतिविधियां तेज हो गई हैं, क्योंकि पार्टी अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन की दिशा में सक्रिय हो गई है। भाजपा के मौजूदा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने पार्टी के महासचिवों के साथ सोमवार को एक अहम बैठक की थी। यह बैठक नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित की गई, जिसके बाद से ही पार्टी अध्यक्ष के नामों को लेकर कयास भी शुरु हो गए।
यहां बताते चलें कि इस अहम बैठक में पार्टी के आठ वरिष्ठ महासचिव—तरुण चुघ, अरुण सिंह, विनोद तावड़े, दुष्यंत गौतम, शिव प्रकाश शुक्ला, सुनील बंसल और बी एल संतोष—शामिल हुए थे। पार्टी सूत्रों की मानें तो यह बैठक संगठनात्मक चुनावों, आगामी कार्यक्रमों, जनसभाओं, और राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के उत्तराधिकारी को लेकर प्राथमिक विमर्श के लिए आयोजित की गई थी। अब चूंकि जेपी नड्डा का कार्यकाल पहले ही बढ़ाया जा चुका है और अब पार्टी नेतृत्व नए अध्यक्ष के नाम को अंतिम रूप देने की दिशा में कदम आगे बढ़ा रहा है। यह भी स्पष्ट है कि नया अध्यक्ष 2024 के आम चुनावों के बाद पार्टी को 2025 के राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में नेतृत्व देने वाला होगा। इसलिए भी इस पर चर्चा जोरों पर है। बताते चलें कि इस बैठक में हालिया पहलगाम आतंकी हमले के बाद उत्पन्न सुरक्षा और राजनीतिक हालात पर भी चर्चा की गई थी। पार्टी इस हमले को लेकर आक्रामक रणनीति पर विचार कर रही है और इस मुद्दे को देशभर में उठाने की योजना भी बनाई गई है। ऐसे में अब मॉक ड्रिल भी हो रही है, जिसे लेकर भी चर्चाएं हो रही है। इस हालात में पार्टी का अध्यक्ष बदला जाना कितना मुनासिब रहेगा इस पर भी विचार-विमर्श किया जा रहा है।
वैसे इस बैठक का एक बड़ा उद्देश्य बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की रणनीतिक तैयार करना भी रहा है। पार्टी ने शुरुआती रूप से चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं, और जल्द ही राज्य में संगठनात्मक सघनता के लिए अभियान तेज किया जाएगा।
बहरहाल देश की स्थिति सामान्य रही तो बहुत जल्द भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन भी देखने को मिल जाएगा, क्योंकि तैयारी अब अंतिम चरण में है। संगठनात्मक चुनावों की पृष्ठभूमि में पार्टी की आंतरिक सक्रियता यह संकेत दे रही है कि अगले कुछ सप्ताह में भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष सामने आ सकता है।
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