कोलकाता । पश्चिम बंगाल के मेडिकल कॉलेज में अब थ्रेट कल्चर के खिलाफ राज्य सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है। राज्य संचालित कल्याणी स्थित कॉलेज ऑफ मेडिसिन और जेएनएम अस्पताल में 40 छात्रों को छह महीने के लिए निष्कासित कर दिया गया है। इन छात्रों पर अन्य विद्यार्थियों को धमकाने का आरोप लगाया गया है। यह जानकारी आधिकारिक दस्तावेज के माध्यम से सामने आई है।
गुरुवार रात कॉलेज की विस्तारित परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक के मिनट्स के अनुसार, “कई सबूतों, छात्रों के बयानों और डिजिटल प्रमाणों के आधार पर परिषद ने 40 छात्रों को कम से कम छह महीने के लिए हॉस्टल, अस्पताल और कॉलेज परिसर से निष्कासित करने का निर्णय लिया है। यह निष्कासन शुक्रवार से लागू हो रहा है। इन छात्रों के खिलाफ आरोपों की आगे जांच की जाएगी।”
हालांकि, इन छात्रों को परीक्षा देने के लिए कॉलेज में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, लेकिन उन्हें हॉस्टल और अस्पताल में जाने की अनुमति नहीं होगी। साथ ही, इन छात्रों पर एंटी-रैगिंग कमेटी और आंतरिक शिकायत समिति द्वारा आगे की जांच की जाएगी, या किसी विशेष जांच समिति द्वारा उनके मामलों की समीक्षा की जाएगी।
बैठक में यह भी सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि छात्रों के कल्याण समिति को अगले आदेश तक भंग कर दिया जाए, या तब तक जब तक एक लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई छात्रों की नई समिति का गठन न हो जाए। इसके अलावा, इन 40 छात्रों को छात्र संघ के चुनाव में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
परिषद ने यह भी कहा कि कॉलेज ऑफ मेडिसिन और जेएनएम अस्पताल, में मौजूदा धमकी संस्कृति को समाप्त करना जरूरी है, और इसे कभी भी दोहराया नहीं जाना चाहिए। परीक्षा प्रक्रिया पर छात्रों या छात्रों के निकाय का कोई हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।