अनुबंध कर्मियों ने डीसी से लगायी मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार
दुमका। ईपीएफ कर्मियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कर्मियों के मानदेय से विभाग द्वारा राशि कटौती कर कर्मी के ईपीएफ पासबुक में जमा किया जाता है, लेकिन दुमका जिला के स्वास्थ्य विभाग अन्तर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) में कार्यरत अनुबंध कर्मियों का लगभग 32 से 42 माह का ईपीएफ पासबुक में कर्मचारी अंशदान रकम जमा नहीं हुआ है| जबकि कर्मियों के मानदेय से राशि की कटौती कर ली गयी है| अनुबंध कर्मियों ने बताया कि यह रकम अनुबंध कर्मियों के मानदेय से प्रत्येक माह दुमका जिला के दसो ब्लॉक के प्रखंड लेखा प्रबंधक द्वारा कटौती कर सिविल सर्जन कार्यालय में जमा की गयी है। यह बकाया वर्ष 2016 से वर्ष 2022 के बीच का है| बकाया कर्मचारी अंशदान रकम के लिए अनुबंध कर्मी करीब दो वर्षो से सिविल सर्जन कार्यालय,दुमका का चक्कर लगा रहे है | सिविल सर्जन डॉ बच्चा सिंह द्वारा कुछ महीने पूर्व इस विषय पर यह कहा गया था कि एक एएनएम का आधार कार्ड में जन्म तिथि गड़बड़ है, उसका जन्म तिथि सुधरते ही बकाया भेज दिया जायेग। सभी कर्मियों का मिलाकर कुल बकाया कर्मचारी अंशदान रकम लगभग तीन/चार करोड़ के आसपास होगा, जो अनुबंध कर्मियों के ईपीएफ पासबुक में जमा नही किया गया है| ईपीएफ पासबुक में रकम जमा करने की प्रक्रिया यह है कि प्रखंड स्तर पर मानदेय से प्रत्येक माह प्रखंड लेखा प्रबंधक द्वारा राशि कटौती कर सिविल सर्जन कार्यालय में जमा की जाती है| तत्पश्चात इस काटी गयी रकम को सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा सभी अनुबंध कर्मियों के ईपीएफ पासबुक में जमा किया जाता है | अनुबंध कर्मियों ने बताया कि बकाया कर्मचारी अंशदान रकम कर्मियों के ईपीएफ पासबुक में जमा नही होने के कारण अनुबंध कर्मियों को नियोक्ता अंशदान का बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है | कर्मियों का कहना है कि एक तरफ अनुबंध कर्मी अल्प मानदेय पर काम करते है वही दूसरी ओर उनके कर्मचारी अंशदान का बकाया राशि कर्मियों के ईपीएफ पासबुक में जमा नही किया जा रहा है| अनुबंध कर्मियों ने ईपीएफ पासबुक में कर्मचारी अंशदान रकम जमा करवाने के लिए आज उपायुक्त दुमका को लिखित आवेदन देकर गुहार लगायी है| आवेदन में यह भी कहा गया कि विगत दो वर्षो से सिविल सर्जन कार्यालय से लगातार गुहार लगायी गयी, लेकिन बकाया कर्मचारी अंशदान रकम कर्मियों के ईपीएफ पासबुक में जमा नही हुई है । कर्मियों ने सिविल सर्जन दुमका को भी लिखित आवेदन दिया है| सिविल सर्जन का कहना है बकाया रकम ईपीएफ आफिस भेज दिया गया है।
अनुबंध कर्मी जल्द ही मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री,दुमका विधायक के साथ साथ राज्य के स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख, अभियान निदेशक, प्रधान सचिव अदि को भी लिखित आवेदन देगे| कर्मचारी अंशदान रकम बकाया होने से अनुबंध कर्मी बहुत नाराज और आक्रोशित है और आन्दोलन करने के मुड में है| कर्मियों का कहना है कि अगर जल्द कर्मचारी अंशदान का बकाया राशि कर्मियों के ईपीएफ पासबुक में जमा नही होता है तो सभी कर्मी बाध्य होकर धरना- प्रदर्शन,कार्य बहिष्कार के लिए मजबूर होगे, जिसकी सारी जिम्मेवारी जिला स्वास्थ्य विभाग की होगी| अनुबंध कर्मियों ने यह भी कहा कि जरुरत पड़ी तो अपने हक़ अधिकार के लिए न्यायालय की शरण में भी जायेगे| इस मौके में मेरी सोरेन,लग्नेश हेम्ब्रम,सुपल्लवी सोरेन,गीता कुमारी,अनिता मुर्मू,मीनू टुडु,ललित टुडु,लीन सोरेन,राखी कुमारी,सरिता कुमारी,खुसबू कुमारी आदि शामिल थे।