जामताड़ा। जिले के गांधी मैदान में रविवार को सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा की जिला स्तरीय बैठक हुई। अध्यक्षता नीलांबर मंडल ने की। संचालन सुभाष मिर्धा और साबिर अंसारी ने किया। बैठक में जिले भर से सैकड़ों सहायक अध्यापक और अध्यापिकाएं शामिल हुए। सभी ने एकजुट होकर सरकार के खिलाफ संघर्ष का ऐलान किया।
वक्ताओं ने कहा, चुनाव से पहले सरकार ने वादा किया था कि सत्ता में आने के तीन महीने के भीतर वेतनमान मिलेगा। लेकिन वर्षों बीतने के बाद भी वादा पूरा नहीं हुआ। उल्टा प्रयागराज के संस्थान के नाम पर वर्षों से काम कर रहे शिक्षकों को फर्जी बताकर हटाने की साजिश हो रही है। यह निंदनीय है। सहायक अध्यापकों ने कहा, अधिकारियों की मनमानी पर सरकार को रोक लगानी चाहिए। मृत सहायक अध्यापकों के परिजनों को आज तक मुआवजा नहीं मिला। नियमावली में जो प्रावधान हैं, वे सिर्फ कागजों तक सीमित हैं। मोर्चा के सदस्यों ने साफ किया कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन तेज किया जाएगा। जल्द ही राज्य स्तरीय बैठक बुलाई जाएगी। उसमें आगे की रणनीति तय होगी। फिलहाल संघर्ष मोर्चा की टीम विधानसभा अध्यक्ष, शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और विधायक उदय शंकर सिंह से मिलकर न्याय की मांग करेगी। यदि फिर भी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन उग्र होगा। बैठक में दिलीप कुमार मंडल, विकास चंद्र मंडल, इरफान अंसारी, सुरेश मंडल, शकील उजमा, इफ्तिखार आलम, मिहिर साधु, राजेंद्र टुडू, छोटेलाल मंडल, शमीम अंसारी, परमानंद भंडारी, टीकाराम सोरेन, परिमल मिश्रा, अबुल हसन, उमेश मिश्रा, भारत स्वर्णकार, राधेश्याम मंडल, गोविंद मंडल, माला दास, सूरज मुनि हेंब्रम, कल्पना दास, सुशीला सोरेन समेत बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।