●पर्याप्त लोड के साथ बिजली नहीं दे सकते तो कनेक्शन विच्छेद कराने का पत्थर कारोबारियों ने दिया अल्टीमेटम
●झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम के जीएम से मिला पत्थर उद्योग संघ का प्रतिनिधिमंडल
विशेष संवाददाता
दुमका। दुमका जिला पत्थर उद्योग संघ ने शिकारीपाड़ा के पत्थर औद्योगिक क्षेत्र में नियमित रूप से पर्याप्त लोड के साथ बिजली नहीं मिलने पर क्षोभ जताते हुए बिजली वितरण निगम को अल्टीमेटम दिया है कि बिजली की स्थिति में सुधार नहीं होने पर हमलोग बिजली कनेक्शन विच्छेद कराने को बाध्य होंगे।पत्थर कारोबारियों ने शिकारीपाड़ा के पत्थर उद्योग क्षेत्र में अवस्थित अपने पत्थर खदानों और क्रशर प्लांटों को चलाने के लिए बिजली कनेक्शन ले रखा है।इसके एवज में उन्हें एक फिक्स्ड चार्ज देना होता है।पर अनियमित बिजली आपूर्ति और पर्याप्त लोड नहीं मिलने के कारण प्लांट नहीं चल पाता है।बिजली संकट के कारण खदान-क्रशर चलाने के लिए उन्हें डीजल का इस्तेमाल करना पड़ता है।ऐसी हालत में पत्थर कारोबारियों को दोहरा आर्थिक बोझ उठाना पड़ रहा है।एक ओर बिजली कनेक्शन के एवज में फिक्स्ड चार्ज बिजली वितरण निगम को देना पड़ता है,दूसरी ओर पर्याप्त लोड के साथ बिजली नहीं मिलने पर डीजल का व्यय भार सहना पडता है।बुधवार को दुमका पत्थर उद्योग संघ का एक प्रतिनिधिमंडल झारखंड बिजली वितरण निगम के दुमका एरिया बोर्ड के कार्यालय पहुंच कर महाप्रबंधक (जीएम) से मिला।संघ के शिष्टमंडल ने शिकारीपाड़ा पत्थर उद्योग क्षेत्र में बिजली संकट से पत्थर कारोबारियों को होने वाली परेशानियों से अवगत कराया।प्रतिनिधियों ने जीएम को बताया कि लो वोल्टेज और अनियमित बिजली आपूर्ति से बिजली कनेक्शन लेने का हमलोगों का मकसद पूरा नहीं हो रहा है।आर्थिक क्षति हो रही है सो अलग।पत्थर उद्योग संघ की ओर से बिजली वितरण निगम के जीएम को सौंपे गए लिखित ज्ञापन में कहा गया है कि ‘अगर विद्युत विभाग हमलोगों को पर्याप्त मात्रा में आवश्यक लोड सहित विद्युत की आपूर्ति करने में सक्षम नहीं हो तो हमलोगों को अपना विद्युत कनेक्शन विच्छेद कराने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।’ दुमका जिला पत्थर उद्योग संघ के इस अल्टीमेटम को गंभीरता से लेते हुए झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम के महाप्रबंधक ने पत्थर औद्योगिक क्षेत्र में बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार का भरोसा दिया है।