देहरादून । पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से जनजीवन पर बुरा असर पड़ रहा है। खासकर, लैंडस्लाइड के खतरे बढ़ गए हैं। इस बीच केदारघाटी में बीती रात से लगातार बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा को कुछ घंटों के लिए रोक दिया गया है। यात्रा मार्ग के मुनकटिया में पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण बोल्डर और मलबा आ रहा है। वहीं भूस्खलन के कारण यमुनोत्री पैदल मार्ग पर लापता लोगों को ढूंढने के लिए सर्च अभियान जारी है। ऐसे में तीर्थयात्रियों के लिए यमुनोत्री पैदल मार्ग अभी भी बंद है।
रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारघाटी में भारी बारिश और पहाड़ों से पत्थर गिरने के कारण केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा को सोनप्रयाग में रोका गया है। वहीं सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक राष्ट्रीय राज मार्ग भी बंद है। सीमा सड़क संगठन मार्ग पर वाहनों की आवाजाही शुरू करने में जुटा हुआ है।
रुद्रप्रयाग पुलिस उत्तराखंड ने सोशल मीडिया एक्स पर बताया कि रात्रि में हुई बारिश के चलते आज प्रातः काल से मुनकटिया के पास मलबा-पत्थर आने से मार्ग अवरुद्ध हुआ है। लगातार हो रही बारिश के कारण गौरीकुण्ड से केदारनाथ धाम तक का पैदल मार्ग भी चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
इधर, यमुनोत्री धाम पैदल यात्रा मार्ग पर भूस्खलन के बाद लापता यात्रियों की खोज के लिए आज सुबह फिर सर्च अभियान शुरू कर दिया गया है। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने रेस्क्यू पूरा होने तक यमुनोत्री यात्रा पर रोक लगाई है।
बदरीनाथ धाम में अलकनंदा नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से नदी किनारे आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया है। राज्य आपदा प्राधिकरण ने बारिश की चेतावनी के चलते सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।