●संताल परगना में भाजपा संगठन की कमजोर स्थिति के कारण पिछले चुनावों में हो चुकी है करारी हार
●लोकसभा चुनाव में दुमका की सिटिंग सीट गवां चुकी है भाजपा, विधान सभा चुनाव में चार सिटिंग सहित 18 में 17 सीटों पर एनडीए करना पड़ा था हार का सामना
सुमन सिंह
दुमका।रविवार को दुमका सर्किट हाउस में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के बीच मुलाकात हुई।इस दौरान दोनों नेताओ ने पार्टी संगठन और राज्य की राजनीति से सम्बन्धित विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई।विशेष रूप से संताल परगना के उन मुद्दों पर चर्चा हुई जिसके आधार पर भाजपा इस इलाके में जनता के बीच पहुंच रही है।बता दें कि गत लोकसभा और विधान सभा चुनावों में संताल परगना में भाजपा का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था।लोकसभा में भाजपा को पहले से जीती हुई दुमका सीट भी गवां देनी पड़ी थी।वहीं विधानसभा चुनाव में सभी चार सिटिंग सीटों सहित 18 में 17 सीटों पर भाजपा (एनडीए) को हार का सामना करना पड़ा था।चुनावों में भाजपा को मिली करारी हार का एक बड़ा कारण सांगठनिक कमजोरी और भाजपाइयों के बीच आपसी गुटबाजी था।अभी तक भाजपा इससे नहीं उबर पाई है।रविवार को रघुवर-बाबूलाल मुलाकात के दौरान संताल परगना में भाजपा संगठन को मजबूत करने और पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के लिए किए जाने वाले कार्यक्रमों पर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ है।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास दो दिनों से संताल परगना के प्रवास पर हैं।इधर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी रविवार को सुबह इंटरसिटी ट्रेन से दुमका पहुंचे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास 21 जून को पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा में एक आदिवासी संगठन द्वारा आयोजित जन चौपाल कार्यक्रम में शामिल हुए थे।आज रघुवर दास साहिबगंज के भोगनाडीह में अमर शहीद सिदो कान्हू मुर्मू के वंशजों से भेंट करेंगे और बरहेट में जन चौपाल कार्यक्रम में जनता से सीधा संवाद करेंगे।