108 एंबुलेंस कर्मियों को नहीं मिल रही न्यूनतम मजदूरी, चार माह से अटकी सैलरी और PF-ESI की सुविधा भी नदारद
देवघर संताल एक्सप्रेस:-झारखंड में 108 एंबुलेंस सेवा से जुड़े कर्मचारियों को सम्मान फाउंडेशन द्वारा शोषण का सामना करना पड़ रहा है। फरवरी 2025 से कार्यरत कंपनी ने न तो न्यूनतम मजदूरी दी है, न ही जॉइनिंग लेटर, आईडी कार्ड, PF व ESI की सुविधा उपलब्ध करवाई है। कर्मचारियों को ₹2600 से ₹9000 तक मनमानी वेतन दिया जा रहा है। कई कर्मचारियों को फरवरी से मई तक वेतन नहीं मिला है। पुराने कर्मियों को बिना कारण हटाया गया है और ड्यूटी में रहने के बावजूद पेशेंट कॉल न आने पर अनुपस्थित मानकर वेतन काटा जाता है। खराब एंबुलेंस से काम लेने की मजबूरी, OT का भुगतान न होना, फर्जी केस का दबाव, और महीनों का वेतन लंबित रहना आम बात हो गई है। फरवरी में दिए गए आश्वासन के बावजूद फरवरी और मार्च का आंशिक भुगतान हुआ, जबकि अप्रैल-मई का वेतन अभी तक नहीं मिला। पूर्व कंपनियां जैसे ZHL और GVK भी कोरोना प्रोत्साहन राशि, ग्रैच्युटी, PF और 74 दिनों का वेतन बकाया छोड़ गई हैं।
प्रमुख मांगें हैं:-
1. सभी बकाया वेतन और कटे पैसे तत्काल दिए जाएं
2. पुराने कर्मचारियों को पुनः नियुक्त किया जाए
3. ऑफर लेटर, PF, ESI सुविधा दी जाए
4. सभी एंबुलेंसों की मरम्मत शीघ्र कराई जाए
5. NRHM द्वारा सीधा भुगतान सुनिश्चित हो
6. राज्यभर में एकसमान भुगतान प्रक्रिया लागू की जाए
सभी 108 एंबुलेंस कर्मचारी झारखंड सरकार से न्याय की अपील करते हैं।