ओम बरनवाल बना साइंस में जामताड़ा टॉपर, इंजीनियर बनने का है सपना
जामताड़ा । राजकीय प्लस टू हाई स्कूल मिहिजाम के छात्र ओम बरनवाल ने 12वीं साइंस 2025 की परीक्षा में राज्य में दसवां और जिले में पहला स्थान प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। उनके पिता बबलू बरनवाल ट्रेन में पानी की बोतल बेचते हैं और परिवार की जिम्मेदारी संभालते हैं। आर्थिक चुनौतियों के बीच ओम ने निरंतर मेहनत और लक्ष्य के प्रति समर्पण से यह सफलता पाई। वह प्रतिदिन औसतन सात घंटे पढ़ता था और रात में पढ़ाई को प्राथमिकता देता था। ओम का सपना इंजीनियर बनना है।
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हसन शेख ने कॉमर्स में मारी बाजी, बना जामताड़ा टॉपर, बनना चहता है सीए
जामताड़ा । राजकीय प्लस टू हाई स्कूल मिहिजाम के होनहार छात्र हसन शेख ने 12वीं कॉमर्स 2025 की परीक्षा में राज्य स्तर पर दूसरा और जिला स्तर पर पहला स्थान प्राप्त कर मिसाल कायम की है। हसन के पिता असकर शेख पश्चिम बंगाल के जमुरिया में मजदूरी करते हैं। सीमित संसाधनों के बीच भी हसन ने दृढ़ निश्चय और मेहनत से यह सफलता अर्जित की। उसकी उपलब्धि से विद्यालय, परिवार और मिहिजाम क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। हसन ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है। वह भविष्य में चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने की तैयारी में जुटा है।
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सौरभ की सफलता से मिहिजाम में खुशी की लहर
मिहिजाम । राजकीय प्लस टू हाई स्कूल मिहिजाम के मेधावी छात्र सौरभ कुमार ने 12वीं कॉमर्स 2025 की परीक्षा में राज्य में चौथा और जिले में तीसरा स्थान प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उनके पिता घनश्याम साव अमलादही बाजार में मसालों की दुकान चलाते हैं, जबकि मां सिलाई कर परिवार को सहयोग देती हैं। सौरभ ने सीयूईटी परीक्षा दी है और अब परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। वे प्रतिदिन सात घंटे पढ़ाई करते थे, सुबह थ्योरी विषयों पर फोकस करते और रात को अकाउंट्स का अभ्यास करते थे। ऑनलाइन संसाधनों ने भी उनके अध्ययन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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पीयूष साव ने बढ़ाया मिहिजाम का मान
मिहिजाम । राजकीय प्लस टू हाई स्कूल मिहिजाम के छात्र पीयूष साव ने 12वीं कॉमर्स परीक्षा 2025 में राज्य में तीसरा और जिले में दूसरा स्थान प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। पीयूष के पिता निरंजन साव घर पर एक छोटा सा हार्डवेयर दुकान चलाते हैं। सीमित साधनों के बावजूद पीयूष ने नियमित अध्ययन और अनुशासन के बल पर यह सफलता अर्जित की। वह रोज़ाना सात घंटे पढ़ाई करता था, जिसमें सुबह याद करने वाले विषयों पर और रात को लेखांकन पर ध्यान देता था। उसका सपना चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना है। उसकी उपलब्धि से घर-परिवार और विद्यालय में हर्ष का वातावरण है।