नई दिल्ली। हैल्थ एक्सपटर्स के मुताबिक विटामिन बी12 नर्वस सिस्टम के सही संचालन, डीएनए निर्माण, रेड ब्लड सेल्स के निर्माण और शरीर में ऊर्जा बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी से व्यक्ति थकान, कमजोरी, चक्कर, याददाश्त में कमी और हाथ-पैरों में झनझनाहट जैसी परेशानियों का शिकार हो सकता है।
इसलिए विटामिन बी12 की पूर्ति पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है। विटामिन बी12 के प्रमुख स्रोतों की बात करें तो अंडा सबसे पहले आता है। खासकर अंडे की जर्दी इस विटामिन का पावरहाउस मानी जाती है। यह आसानी से उपलब्ध होता है और शरीर को तुरंत ऊर्जा देने में सक्षम है। रोजाना एक या दो उबले अंडे खाने से शरीर को पर्याप्त विटामिन बी12 मिल सकता है, विशेष रूप से उनके लिए जो मीट नहीं खाते लेकिन अंडा खाते हैं। दूध, दही और पनीर जैसे डेयरी उत्पाद भी इसके अच्छे स्रोत हैं। खासकर शाकाहारी लोगों के लिए यह बेहद लाभकारी हैं, क्योंकि ये सुरक्षित, सुलभ और पोषण से भरपूर विकल्प हैं। एक गिलास दूध में लगभग 1 माइक्रोग्राम विटामिन बी12 पाया जाता है, जो दैनिक आवश्यकता का लगभग आधा हिस्सा पूरा करता है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को इन्हें अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
मछलियों की बात करें तो सैल्मन, टूना और सार्डिन जैसे समुद्री विकल्प विटामिन बी12 से भरपूर होते हैं। ये न केवल मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि शरीर की चुस्ती और मजबूती भी बनाए रखते हैं। सप्ताह में दो से तीन बार मछली का सेवन करने से तंत्रिका तंत्र मजबूत होता है। इसके अलावा, चिकन और रेड मीट भी बी12 के उत्तम स्रोत हैं। थकावट और कमजोरी से जूझ रहे लोगों के लिए यह बेहद फायदेमंद है, क्योंकि यह मांसपेशियों को ताकत देता है और नसों की कमजोरी दूर करता है।
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