नई दिल्ली । कुछ आसान और कारगर उपायों की मदद से डायबिटीज के मरीज भी आम का स्वाद सुरक्षित रूप से ले सकते है। सबसे जरूरी बात है मात्रा पर ध्यान देना। यदि आप एक दिन में सिर्फ एक आम खाते हैं, तो न सिर्फ इसका स्वाद ले सकते हैं बल्कि शुगर लेवल भी काबू में रहेगा। ज्यादा मात्रा में आम खाना ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है, इसलिए संयम जरूरी है। साथ ही आम को किसी हेल्दी फैट या फाइबर से भरपूर फूड के साथ खाना बेहतर विकल्प हो सकता है। उदाहरण के लिए आप आम को भिगोए हुए ड्राई फ्रूट्स, चिया सीड्स या ओट्स जैसे विकल्पों के साथ ले सकते हैं। इससे आम में मौजूद शुगर धीरे-धीरे अवशोषित होगी और ब्लड शुगर स्पाइक नहीं करेगा। आम के सेवन के तरीके पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए।
डायबिटीज के मरीजों को आम का जूस या शेक बनाकर पीने से बचना चाहिए क्योंकि इसमें फाइबर नहीं रह जाता और शुगर तेजी से शरीर में जाता है। इसके बजाय आम को उसके गूदे सहित खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। इसके अलावा आम खाने का सही समय भी महत्वपूर्ण है। इसे सुबह या दोपहर के भोजन के समय खाना बेहतर होता है, जबकि रात में आम खाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि रात में शुगर मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है।
आम खाने के बाद ब्लड शुगर की निगरानी करना भी बेहद जरूरी है। हर व्यक्ति की शरीर की प्रतिक्रिया अलग होती है, इसलिए जरूरी है कि आम खाने के बाद ब्लड शुगर की जांच करें। यदि शुगर लेवल अधिक बढ़ता है तो आम को पूरी तरह से टालना ही समझदारी होगी। इसके अलावा, आम के साथ या बाद में किसी अन्य हाई कार्ब फूड या फ्रूट का सेवन नहीं करना चाहिए ताकि ब्लड शुगर में अचानक वृद्धि न हो। इस तरह, यदि सावधानी और समझदारी से आम खाया जाए, तो डायबिटीज के मरीज भी गर्मियों में आम के स्वाद का आनंद ले सकते हैं। बस थोड़ा सा संयम, सही समय और संतुलित तरीके से किया गया सेवन इस मीठे फल को आपके लिए नुकसानदेह नहीं बनने देगा।
बता दें कि गर्मियों की शुरुआत होते ही बाजार में फलों के राजा आम की बहार आ जाती है। मीठा और रसीला आम न सिर्फ बच्चों को बल्कि बड़ों को भी बेहद लुभाता है। इसका स्वाद जितना मजेदार है, उतना ही डायबिटीज के मरीजों के लिए चिंता का कारण भी बन सकता है। आम में प्राकृतिक रूप से शुगर की मात्रा अधिक होती है, जिससे इसे खाने पर ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है। यही वजह है कि डायबिटीज के मरीज आम खाने से परहेज करते हैं।