कोडरमा । जिले में जारी विकास की पोल खुल गई, जब कोडरमा प्रखंड के मेघातरी के कुशहना गांव में बना चेकडैम हल्की बारिश भी नहीं झेल पाया। नतीजा चेकडैम के बह जाने से कई गांव का सम्पर्क टूट गया। वहां बाढ़ का नजारा देखने को मिला। डैम के टूटने से सरकारी विद्यालय व कई घरों को भारी नुकसान हुआ है। वहीं कई मवेशी पानी में बह गए। प्राथमिक विद्यालय कुशहना में भी भारी नुकसान पहुंचा जहां विद्यालय में रखे मध्यान भोजन बनाने वाले अनाज, बच्चों के खेलकुद का समाज व कई जरूरी दस्तावेज बर्बाद हो गए।
ग्रामीणों ने बताया कि अचानक चेकडैम टूटने की जोरदार आवाज के साथ गांव में पानी घुसना शुरू हुआ। जिसके बाद हम सभी समय किसी तरह सुरक्षित स्थान पर चले गए नहीं तो कई लोगों की जान भी जा सकती थी। इधर डैम टूटने की घटना की खबर पाकर कोडरमा सीओ व वन विभाग की टीम पहुंची। यहां डैम का निर्माण किस विभाग के द्वारा किया गया था कोई बताने को तैयार नहीं था। पर बताया जाता है कि वन विभाग अंतर्गत वन्य प्राणी आश्रयणी कोडरमा प्रमंडल से उक्त चेकडैम का निर्माण कराया गया था।
ग्रामीणों का यह भी कहना था कि दो साल पहले भी मरम्मति करायी गयी थी और बड़ी राशि की निकासी कर ली गयी। इधर इस बाबत कोडरमा रेंजर रामबाबू ने बताया कि पता नहीं कौन विभाग से बना है। यह पूछे जाने पर कि वन विभाग में आपके बिना सहमति के कौन विभाग ओर कब बना था तो उन्होंने कहा कि बहुत पहले इसका निर्माण किया गया था, कह कर फोन कट कर दिया। इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद विधायक नीरा यादव के निर्देशानुसार भाजपा कार्यकर्ताओं ने मेघातरी पंचायत के विभिन्न बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों का हाल जाना और उनके बीच चूड़ा, गुड़, सत्तू और बिस्कुट का वितरण किया।
WhatsApp Group जुड़ने के लिए क्लिक करें 👉
Join Now