नई दिल्ली। एक नई रिसर्च में सामने आया है कि काम करते वक्त अगर ज्यादा खड़ा रहना पड़े तो इसका ब्लड प्रेशर पर नकारात्मक असर पड़ता है। ब्लड प्रेशर का बढ़ना या कम होना दोनों ही गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। लो बीपी से दिल की विफलता और स्ट्रोक का खतरा हो सकता है, जबकि हाई बीपी से हार्ट अटैक और किडनी डैमेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह रिसर्च फिनलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ टर्कू द्वारा की गई है। रिसर्च के मुताबिक, खड़े रहने से बीपी पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है, और खासकर जब हम काम करते हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि दिन के समय ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव ज्यादा होते हैं। दिन में दिल पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे नसों में सिकुड़न आ सकती है और ब्लड प्रेशर असंतुलित हो सकता है। वहीं, रात के समय अगर ब्लड प्रेशर सही तरीके से कम नहीं होता, तो नसों में कठोरता आ सकती है, जिससे दिल पर और अधिक बोझ पड़ता है।
यह स्थिति हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकती है। रिसर्च में यह बात सामने आई है कि अगर आप ऑफिस में या अन्य कामों के दौरान खड़े रहते हैं, तो इससे शरीर की नसों में सिकुड़न हो सकती है। इसका परिणाम यह होता है कि दिल को रक्त पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इसके विपरीत, ज्यादा देर तक बैठने से बीपी पर सकारात्मक असर पड़ता है, और वह सामान्य या बेहतर रहता है। रिसर्च के दौरान नगरपालिका के कर्मचारियों का बीपी मापने के लिए एक डिवाइस उनकी जांघों पर लगाया गया था, जिससे हर 30 मिनट में उनका ब्लड प्रेशर मापा जाता था।
इस टेस्ट के जरिए यह पाया गया कि जिन कर्मचारियों को लंबे समय तक खड़ा रहकर काम करना पड़ा, उनमें हाई बीपी की समस्या ज्यादा पाई गई। रिसर्च के परिणाम के अनुसार, जो लोग ज्यादा खड़े होकर काम करते हैं, उन्हें नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए और अपनी जीवनशैली को संतुलित रखना चाहिए। इससे न सिर्फ उनका ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहेगा, बल्कि अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाव होगा। वहीं इस रिसर्च ने यह साबित किया है कि खड़े रहने से ब्लड प्रेशर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
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