जामा(दुमका) । महागठबंधन की झामुमो प्रत्याशी डॉक्टर लुईस मरांडी ने मंगलवार को जामा प्रखंड क्षेत्र के तपसी, महुलबोना एवं आसंजोर पंचायत अंतर्गत अगोइया, बहिता करैया, बागझोपा, तपसी, भुरकुंडा संथाली टोला, सुगनिबाद आसंजोर, गुनछुआ पलसिया, आसनथर आदि दर्जनों गांवों में धुंआधार जनसंपर्क अभियान चलाकर लोगों से जीत का आशीर्वाद मांगा| उन्होंने ग्रामीणों से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील की।
इस दौरान झामुमो प्रत्याशी डॉ लुइस मरांडी ने ग्रामीणों को हेमंत सोरेन सरकार की उपलब्धियों से अवगत कराते हुए अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने का आग्रह किया। कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान मुझे पता चला कि जामा विधानसभा क्षेत्र में कोई भी विकास का काम नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हमें जामा का विकास करने के लिए भेजा है। अगर आप हमें मौका देते है तो जामा में चहुंमुखी विकास करूंगी। जहां सड़के पुल पुलिया नहीं बनी हैं वहां के ग्रामीणों को मुख्य धारा से जोड़ने की प्राथमिकता होगी। तपसी पंचायत के कई गांवों में सड़के नहीं बनी है, बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। लेकिन आने वाले समय में पक्की सड़क बनेगी और तस्वीर बदली हुई दिखेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार के कार्यकाल में महिलाओं, किसानों, युवाओं व बुजुर्गों समेत सभी वर्ग के लोगों का काम हुआ हुआ है जो किसी और सरकार में नहीं हुआ। जिससे जनता राहत महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में बिजली बिल माफी हुई ,किसानों का ऋण माफ किया गया। किसानों के दर्द को हेमंत सोरेन ने समझा है। मंईयां सम्मान योजना धरातल पर उतार कर महिलाओं को सम्मान दिया गया है| हेमंत सोरेन ने सावित्री बाई फुले योजना, बालिका संवृद्धि योजना मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, सर्वजन पेंशन योजना, अबुआ आवास योजना सहित अनेकों कल्याणकारी योजनाएं धरातल पर उतारने का काम किया है। जिससे आम आदमी लाभान्वित हुआ है। मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना से युवाओं को रोजगार देने का काम किया गया है।
डॉ लुईस मरांडी ने कहा कि इसलिए आप सभी से अनुरोध करने आई हूं कि अगर आप हमें विधायक बनाना चाहते हैं और हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं तो 20 नवम्बर को भारी मतों से जीत दिलाने का काम करें।
इस मौके पर प्रखंड अध्यक्ष कालेश्वर सोरेन, सचिव सत्तार खान, गौतम दर्वे, दिलीप दत्ता, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष बिमल मरांडी सहित दर्जनों झामुमो कार्यकर्ता एवं सैकड़ों महिलाएं और ग्रामीण शामिल थे।