हिसार । किर्गिस्तान की सबसे ऊंची चोटी माउंट लेनिन पर तिरंगा फहराने के बाद हिसार के श्यामलाल बाग की रहने वाली और माउंट एवरेस्ट फतह कर चुकी रीना भट्टी का यहां स्थानीय लोगों ने स्वागत किया।
रीना भट्टी ने सोमवार को बताया कि वह 14 जुलाई को हिसार से रवाना हुई थीं और वह 17 जुलाई को बेस कैंप पहुंचीं और 26 जुलाई को सुबह 10.36 बजे चोटी फतह कर देश का तिरंगा फहराया। रीना ने दावा किया है कि किर्गिस्तान की सबसे ऊंची चोटी फतह करने वाली वह पहली भारतीय महिला हैं। इस चोटी की ऊंचाई 7134 मीटर है। रीना भट्टी ने बताया कि उनकी इस यात्रा पर पर करीब साढ़े तीन लाख रुपसे खर्च हुए हैं। रीना भट्टी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस अभियान में आठ सदस्य शामिल रहे। जब चोटी को फतह करने पहुंचे तो 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल रही थी, मगर किसी ने हौसला नहीं तोड़ा और चोटी फतह करने में कामयाबी मिली। पर्वतारोही रीना
भट्टी का लोगों ने स्वागत किया।
उल्लेखनीय है कि रीना भट्टी इससे पहले भी कई चोटियों को फतह कर चुकी हैं। इनमें माउंट एवरेस्ट के अलावा माउंट ल्होत्से, माउंट नन, अमा डबलम, आइलैंड पिक, माउंट काला पत्थर, फ्रेंडशिप पिक, माउंट एलब्रुस, माउंट कांग यात्से, माउंट किलिमंजारों सहित अन्य चोटियां शामिल हैं। रीना का कहना है कि इस बार वह अपने साथ खाने और टैंट का सामान साथ लेकर गए थे।